अब शेयरों की तरह सोने का भी एक्सचेंज पर कर सकेंगे कारोबार, जानिए क्या है ईजीआर
मुंबई: अब आप आसानी से एक्सचेंज पर गोल्ड की ट्रेडिंग कर सकेंगे। स्टॉक एक्सचेंज BSE ने अपने प्लेटफॉर्म पर इलेक्ट्रॉनिक गोल्ड रिसिट (EGR) लॉन्च किया है। इसमें आप गोल्ड की कीमतों में उतार-चढ़ाव का फायदा ठीक उसी तरह ले सकेंगे, जैसे आप शेयरों की ट्रेडिंग में लेते रहे हैं।
सेबी द्वारा एक्सचेंजेज को EGR की अनुमति दिए जाने के बाद बीएसई को अपने प्लेटफॉर्म पर दिवाली की मुहूर्त ट्रेडिंग के दौरान 95 और 999 शुद्धता के दो नए प्रॉडक्ट्स के साथ इसे लॉन्च किया। बीएसई ने बताया कि ट्रेडिंग 1 ग्राम के मल्टीपल में और डिलिवरी 10 ग्राम और 100 ग्राम के मल्टीपल में होगी। जा
नकारों का कहना है कि हालांकि दिवाली के दिन ईजीआर को शुभ मुहूर्त के हिसाब से शुरू कर दिया गया है, लेकिन इसमें तब तक सफलता नहीं मिल सकती, जब तक कि सरकार जीएसटी की मैकेनिज्म इसमें सॉल्व नहीं करती। धनतेरस के दिन 2000 इलेक्ट्रॉनिक गोल्ड रिसिट जनरेट हुई और दिवाली के दिन इसमें निवेशकों ने ट्रेडिंग की।
इसमें गोल्ड कमोडिटी को सिक्योरिटी ईजीआर में कन्वर्ट करते हैं। जिसके पास फिजिकल गोल्ड का रिसपॉन्सिबल सोर्स है, वह उस गोल्ड को वोल्ट में जाकर जमा करवाएगा। वहां उसे इलेक्ट्रॉनिक गोल्ड रिसिट मिलेगी। जिसे वह एक्सचेंज पर खरीद-बिक्री के लिए रखेगा। अब गोल्ड की कीमतों और डिमांड के आधार पर उसकी ट्रेडिंग होगी। एक्सचेंज पर निवेशकों को ये ईजीआर उपलब्ध होगी। जिस तरह निवेशक बीएसई पर शेयरों की खरीद-बेच करते हैं, वैसे ही गोल्ड की इन रिसिट की ट्रेडिंग कर सकेंगे। जहां निवेशकों को बाय-सेल करने के लिए डिलिवरी लेने की जरूरत नहीं है। निवेशक डीमैट अकाउंट में अपनी ये ईजीआर रख सकेंगे।
EGR यानी इलेक्ट्रॉनिक गोल्ड रिसीप्ट अन्य सिक्योरिटीज जैसा ही होगा। इसकी ट्रेडिंग क्लियरिंग और सेटलमेंट भी दूसरी सिक्योरिटीज की तरह किया जा सकेगा। अभी भारत में सिर्फ गोल्ड डेरिवेटिव्स और गोल्ड ईटीएफ का कारोबार होता है।