साइकल, लेदर और को मिल सकती है 35,000 करोड़ की पीएलआई
मुंबई- साइकल, चमड़ा, वैक्सीन की कुछ सामग्री और दूरसंचार के कुछ उत्पादों के लिए 35,000 करोड़ रुपये की पीएलआई योजना पर सरकार विचार कर रही है। इससे घरेलू विनिर्माण को जहां बढ़ावा मिलेगा, वहीं रोजगार भी पैदा होंगे। सूत्रों ने बताया कि उत्पादन से जुड़े प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना को खिलौनों के साथ कुछ केमिकल और शिपिंग कंटेनर्स तक भी बढ़ाया जा सकता है। इस प्रस्ताव पर अभी चर्चा हो रही है।
अंतर मंत्रालयी चर्चा में पीएलआई की इन सभी सेक्टर्स तक बढ़ाने पर बात हुई है। इन उद्योगों से और कुछ विभागों से इस तरह की मांग आने के बाद यह फैसला लिया गया है। पिछले महीने वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा था कि सरकार इस प्रोत्साहन योजना को अन्य सेक्टर्स तक बढ़ाने पर विचार कर रही है।
सरकार 2 लाख करोड़ रुपये की पीएलआई योजना को 14 सेक्टर्स तक बढ़ाई है। इसमे ऑटोमोबाइल और इसके कलपुर्जे, फार्मा, टेक्सटाइल्स, खाद्य उत्पाद के साथ विशेष स्टील और अन्य सेक्टर्स हैं। एक सरकारी अधिकारी ने बताया कि इस 2 लाख करोड़ रुपये में से अभी कुछ रकम बची है जिसे अन्य सेक्टर्स में लगाए जाने की योजना पर काम हो रहा है और इस पर चर्चा अभी जारी है। इस योजना का उद्देश्य घरेलू विनिर्माण को वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धात्मक बनाने के साथ रोजगार का निर्माण करना है।
एक अधिकारी ने बताया कि पीएलआई योजना का उद्देश्य भारतीय कंपनियों को वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धात्मक बनाने का है। साथ ही आधुनिक प्रौद्योगिकी के क्षेत्रों में निवेश को आकर्षित करना है। दक्षता सुनिश्चित करने के साथ अर्थव्यवस्था और निर्यात को बढ़ाने का भी लक्ष्य है।