अदाणी के शेयरों की जमकर पिटाई, उच्च स्तर से 32 फीसदी तक टूटे 

मुंबई-  महीने के पहले ही दिन शेयर बाजार में जबरदस्त गिरावट रही। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का सेंसेक्स 638.11 अंक या 1.11 फीसदी टूटकर 56,788.81 पर बंद हुआ। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी भी 207 अंक या 1.21 फीसदी गिर कर 16,887.35 पर बंद हुआ।  

अदाणी समूह के शेयरों की जमकर पिटाई हुई है। अदाणी एंटरप्राइजेज 8.51 फीसदी, अदाणी पोर्ट 4.34 फीसदी, अदाणी पावर 4.05 फीसदी, अदाणी ट्रांसमिशन 5.17 फीसदी, ग्रीन एनर्जी 8.09 फीसदी, टोटल गैस 6.96 फीसदी और अदाणी विल्मर 5 फीसदी टूट गया है। कई शेयर तो लोअर सर्किट में रहे। यानी निवेशक शेयरों को बेचना चाहते थे, फिर भी वे बेच नहीं पाए। 

अदाणी ग्रीन एनर्जी उच्च स्तर से 32 फीसदी, अदाणी ट्रांसमिशन का शेयर 27 फीसदी, अदाणी टोटल गैस का शेयर 23 फीसदी, अदाणी एंटरप्राइजेज 20 फीसदी, अदाणी पावर का शेयर 20 फीसदी, अदाणी पोर्ट का शेयर 19 फीसदी 

और अदाणी विल्मर का शेयर 15 फीसदी टूट गया है। इस वजह से अदाणी समूह के मालिक गौतम अदाणी अब दुनिया में दूसरे नंबर से खिसक कर चौथे नंबर पर अमीर कारोबारी हैं।  

दिल्ली सराफा बाजार में सोमवार को सोना 161 रुपये बढ़कर 50,682 रुपये प्रति दस ग्राम पर पहुंच गया। चांदी 1,010 रुपये बढ़कर 58,039 रुपये प्रति किलो भाव पर रही। अंतरराष्ट्रीय बाजार में चांदी 19.36 डॉलर प्रति औंस और सोना 1,665.1 डॉलर प्रति औंस रहा। अगस्त मध्य के बाद से सोने का यह ऊपरी स्तर है। 

रुपया की लगातार गिरावट जारी है। सोमवार को यह डॉलर के मुकाबले 42 पैसा गिरकर 81.82 पर पर पहुंच गया। अंतरबैंक विदेशी विनिमय बाजार में रुपया 81.65 पर खुला था और 81.98 तक गिर गया था। शुक्रवार को यह 81.40 पर बंद हुआ था। 

देश में बेरोजगारी की दर त्योहारी सीजन में सितंबर में गिरकर 6.43 फीसदी पर पहुंच गई है। सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी (सीएमआईई) के आंकड़ों के अनुसार, इससे पहले अगस्त, 2018 में इस स्तर की महंगाई थी। पिछले साल अगस्त में यह 8.3 फीसदी पर थी। बेरोजगारी में गिरावट इसलिए आई क्योंकि सितंबर में एक करोड़ लोगों को रोजगार मिला।  

गांवों में बेरोजगारी की दर अगस्त में 7.7 फीसदी से गिर कर सितंबर में 5.8 फीसदी पर पहुंच गई। शहरी इलाकों में यह 9.6 फीसदी से कम होकर 7.7 फीसदी पर रही। रिपोर्ट में कहा गया है कि आगे जोखिम बना रहेगा क्योंकि वैश्विक मंदी कभी भी बढ़ सकती है। आरबीआई का अनुमान महंगाई दर को लेकर अभी ज्यादा ही है। 

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