नई खरीदारी से बचें निवेशक, लंबे समय के लिए पैसे लगाएं
मुंबई- भारतीय बाजार कल 4% से ज्यादा गिरे हैं। ऐसे में निवेशकों को इससे घबराने की जरूरत नहीं है। बल्कि लंबे समय के लिए बाजार में निवेश कर सकते हैं।
विश्लेषक कहते हैं कि इस तरह की स्थितियां निवेशकों के लिए अवसर लेकर आती हैं। ऐसे माहौल में सस्ते भाव पर अच्छ शेयर्स मिलते हैं। इसलिए निवेशकों को इस आपदा के अवसर के समय धीरज रखकर खरीदारी करने की जरूरत है। हर बार बाजार भारी गिरावट से उबरा ही है। चाहे वह 2008 का लेहमैन ब्रदर्स का संकट हो, 2019 का कोरोना हो या फिर अब रूस और यूक्रेन का मामला हो।
कैपिटल वाया ग्लोबल के रिसर्च हेड गौरव गर्ग ने कहा कि रूस और यूक्रेन की वजह से कमोडिटी पर दबाव है और इस कारण शेयर बाजार पर भी असर है। बाजार में विदेशी निवेशक लगातार बिकवाली कर रहे हैं। हालांकि निवेशकों के लिए इस समय आकर्षक भाव पर शेयर उपलब्ध हैं।
वे कहते हैं कि रिटेल निवेशको को नई खरीदारी करने से अभी के लिए बचना चाहिए। स्टॉक विशेष नजरिया रखना चाहिए। अगर निफ्टी 16,800 के नीचे जाता है तो इसमें और गिरावट आ सकती है। शॉर्ट टर्म के निवेशक चाहें तो इस समय मुनाफा वसूली भी कर सकते हैं और ज्यादा गिरावट में अगली खरीदारी के लिए तैयार रहना चाहिए।
कोरोना में तो भारतीय बाजार का सेंसेक्स 40 हजार से टूटकर 25 हजार तक जा चुका था। पर उसके बाद इसने 62 हजार का नया रिकॉर्ड भी बनाया। K.R.चौकसी के MD देवेन चौकसी कहते हैं कि निवेशकों को घबराने की जरूरत नहीं है। जो बाजार में हैं, उन्हें बने रहना चाहिए। क्योंकि जो अभी की स्थिति है, वह हमेशा नहीं रहने वाली है। अगर इस युद्ध में कोई और देश शामिल होते हैं तो स्थिति बिगड़ सकती है।
यह देखना होगा कि अगले दो-तीन दिनों में रूस और यूक्रेन का क्या तय होता है। वे कहते हैं कि विदेशी निवेशक ऐसे माहौल में भारत में सस्ते भाव पर शेयर खरीदने के लिए आ सकते हैं। बाजार में आगे दो तीन और गिरावट रह सकती है।
वे कहते हैं कि आगे दोनों देशों के बीच की स्थिति कैसी होगी, इस पर बाजार की चाल तय होगी। उसका इंतजार निवेशकों को करना चाहिए। पर कोई नई खरीदारी अभी नहीं करनी चाहिए। एक दो दिन में बाजार और टूटता है तो अच्छे शेयर्स को फिर उचित भाव पर खरीदना चाहिए।
लंबी अवधि के लिए जो निवेशक हैं, उनको बाजार में बने रहना चाहिए। अच्छी कंपनी से निकलने की कोशिश न करें। उनका मानना है कि बाजार यहां से 5% और टूट सकता है। यानी कि गुरुवार को 3% के अलावा यह गिरावट होगी।
निर्मल बंग सिक्योरिटीज के डायरेक्टर राकेश भंडारी कहते हैं कि अभी का जियो-पॉलिटिकल संकट लोगों के नियंत्रण से बाहर है। इसलिए निवेशकों को ऐसे समय में घबराने की जरूरत नहीं है। यह एक अस्थाई स्थिति है। इससे पहले कोविड-19 जैसी स्थिति दिखी थी और भविष्य में भी ऐसी स्थितियां आ सकती हैं। बाजार कॉर्पोरेट के प्रदर्शन पर रिएक्ट करता है।