LIC चेयरमैन और एमडी का कार्यकाल एक साल के लिए बढ़ा
मुंबई-लाइफ इंश्योरेंस कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (LIC) के चेयरमैन एम आर कुमार का कार्यकाल सरकार ने एक और साल के लिए बढ़ा दिया है। सरकार चाहती है कि देश की सबसे बड़ी इंश्योरेंस कंपनी की शेयर बाजार में लिस्टिंग में कोई परेशानी न आए। इसके अलावा, सरकार ने मैनेजिंग डायरेक्टर राजकुमार का कार्यकाल भी एक साल के लिए बढ़ा दिया है।
LIC चेयरमैन का यह दूसरा एक्सटेंशन है। पिछले साल जून में उन्हें LIC के IPO के मद्देनजर 9 महीने का एक्सटेंशन दिया गया था। सरकार ने एमआर कुमार का कार्यकाल 30 जून, 2021 से बढ़ाकर 13 मार्च, 2022 कर दिया था। इस एक्सटेंशन के बाद एम आर कुमार मार्च 2023 तक LIC के चेयरमैन बने रहेंगे। सरकार की कोशिश है कि LIC का IPO चालू वित्त वर्ष की चौथी तिमाही यानी जनवरी से मार्च 2022 के बीच आ जाए।
सरकार LIC की 10% तक हिस्सेदारी बेचकर 40 हजार करोड़ रुपए से 1 लाख करोड़ रुपए जुटाना चाहती है। 5% हिस्सेदारी बिक्री से ही LIC का IPO भारत का सबसे बड़ा IPO बन जाएगा। वहीं 10% हिस्सेदारी बेचने से LIC ग्लोबल लेवल पर दूसरी सबसे बड़ी बीमा कंपनी बन जाएगी। देश के सबसे बड़े IPO को लाने के लिए LIC एक्ट 1956 में बड़े बदलाव किए गए हैं। कितने शेयर बेचे जाएंगे और वह किस प्राइस बैंड में होंगे, यह अब तक तय नहीं हुआ है। सरकार LIC के IPO इश्यू साइज से 10% शेयर पॉलिसी होल्डर्स के लिए सुरक्षित रखेगी।
LIC ने कहा है कि IPO में हिस्सा लेने के लिए पॉलिसी धारक चेक कर लें कि रिकॉर्ड में दिए पैन की जानकारी सही है या नहीं। अगर सही नहीं है तो वह पैन की जानकारी को अपडेट कर लें। LIC के पॉलिसी होल्डर्स को IPO में रिजर्वेशन भी दिया जाएगा। वैसे इससे पहले सेबी चेयरमैन यूके सिन्हा का कार्यकाल तब बढ़ाया गया, जब मल्टी कमोडिटी रेगुलेटर को सेबी में मिलाया गया था। फिर एसबीआई की चेयरपर्सन अरुंधति भट्टाचार्य का भी कार्यकाल इसलिए बढ़ा क्योंकि तब उसके सहयोगी बैंकों का विलय हो रहा था। इस तरह के अवसरों पर अमूमन सरकार वर्तमान अधिकारियों का कार्यकाल बढ़ा देती है।