ICICI प्रूडेंशियल ने लॉन्च किया देश का पहला सिल्वर ईटीएफ

मुंबई- देश में सोने के अलावा चांदी में ईटीएफ (ETF) के जरिए निवेश किया जा सकेगा। ICICI प्रूडेंशियल म्यूचु्अल फंड ने देश का पहला सिल्वर ईटीएफ (Silver ETF) निवेश के लिए खोल दिया है। इस सिल्वर ईटीएफ में 19 जनवरी तक निवेश किया जा सकता है।

ईटीएफ (एक्सचेंज ट्रेडेड फंड) एक इंडेक्स या कमोडिटी की कीमत को ट्रैक करता है। सिल्वर ईटीएफ के जरिए चांदी की कीमत को ट्रैक किया जाएगा। कंपनी के प्रोडक्ट हेड चिंतन हरिया ने कहा कि अब सोने की तरह चांदी में भी निवेश किया जा सकता है। इसके जरिए शेयरों की तरह सिल्वर में भी निवेश करने का मौका मिलेगा। चिंतन हरिया ने बताया कि पिछले कुछ सालों में निवेशकों ने गोल्ड ईटीएफ में अच्छा रुझान दिखाया है, जिस वजह से सिल्वर ईटीएफ को निवेशकों के लिए खोल दिया गया है।

चिंतन हरिया ने बताया कि जैसे डीमैट अकाउंट के जरिए शेयर खरीदा जाता है, वैसे ही सिल्वर ईटीएफ में भी निवेश कर सकते हैं। चिंतन हरिया ने बताया कि मान लीजिए कि चांदी का भाव 65 हजार है और आप एक यूनिट यानी एक ग्राम चांदी खरीदना चाहते हैं तो उसे 1000 से भाग कर दीजिए, जो भी आंकड़ा आएगा, आप उतनी रकम निवेश कर सिल्वर को खरीद सकते हैं। एक्सपर्ट ने बताया कि इसे रियल टाइम में खरीद और बेच भी सकते हैं।

यह सिल्वर ईटीएफ एक ओपन-एंडेड स्कीम है जो चांदी की घरेलू कीमत को ट्रैक करेगा। इसमें 19 जनवरी तक पैसे लगा सकेंगे। इसमें निवेश पर मिलने वाला रिटर्न चांदी की कीमतों पर निर्भर होगा जिसमें ट्रैकिंग एरर की भी कुछ गुंजाइश है। इस स्कीम के तहत लगाए गए पैसे को फिजिकल चांदी और चांदी से जुड़े इंस्ट्र्मेंट्स में निवेश किया जाएगा।

एनएफओ के दौरान यानी 19 जनवरी तक इसमें कम से कम 100 रुपये और इसके बाद एक रुपये के गुणक में निवेश कर सकते हैं। ऑफर पीरियड के दौरान स्टॉक एक्सचेंज पर निवेशक इसे एक यूनिट या इसके गुणक में इसके यूनिट्स की खरीद-बिक्री कर सकते हैं जबिक सीधे म्यूचुअल फंड से ऑथराइज्ड पार्टिसिपेंट/निवेशक 30 हजार यूनिट और इसके गुणक में इस स्कीम के तहत यूनिट्स की खरीद-बिक्री कर सकेंगे।

इसमें निवेश को लेकर शुद्धता या गुणवत्ता को लेकर कोई चिंता नहीं करनी है। किसी आर्थिक संकट के दौरान चांदी भरोसेमेंद निवेश साबित हो सकता है। महंगाई को लेकर यह बेहतर तरीके से हेज उपलब्ध कराता है। चांदी में निवेश के जरिए पोर्टफोलियो के ओवरऑल रिस्क को कम कर सकते हैं। चांदी के भाव में तेजी की संभावना अधिक है क्योंकि इसकी खपत होती है, रिसाइकल नहीं होता है। इसका इस्तेमाल सोलर पैनल, मेडिकल इंस्ट्रूमेंट्स, स्विचेज, सैटेलाइट इत्यादि में किया जाता है।

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