ये 7 कंपनियां घाटे वाली हैं, पर शेयर्स ने किया एक साल में मालामाल
मुंबई- इस साल में घाटे वाली कंपनियों ने निवेशकों को मालामाल कर दिया है। इनका वैल्यूएशन हालांकि ज्यादा रहा है, पर इनके शेयर्स ने 1800% तक का फायदा निवेशकों को दिया है।
सिंटेक्स इंडस्ट्रीज इस साल में 227% बढ़ा है। इसमें सितंबर के बाद से ही तेजी शुरू हुई है। यह कंपनी पंजाब नेशनल बैंक का 7 हजार करोड़ रुपए का कर्ज चुकाने में फेल हो गई थी। इस वजह से यह नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल में चली गई। बाद में रिलायंस इंडस्ट्रीज द्वारा इसमें हिस्सेदारी खरीदने की खबर आई। उसी के बाद से इस शेयर में हर दिन अपर सर्किट लगता रहा है।
हाल में कंपनी ने कहा कि उसे रिलायंस और अन्य निवेशकों ने रिजोल्यूशन प्लान मिला है। यह शेयर 3.23 रुपए से बढ़कर 15.30 रुपए पर पहुंच गया है। टाटा ग्रुप की कंपनी टाटा टेलीसर्विसेस (महाराष्ट्र) का शेयर इस साल 1,840% बढ़ा है। इस कंपनी ने 2019 में फायदा कमाया था। उसके बाद से घाटे में है। इसका शेयर इस साल में 7.50 रुपए से बढ़कर 170 रुपए पर पहुंच गया है।
टाटा संस ने यह फैसला किया कि वह टेलीकॉम कंपनी को रिवाइव करेगी और इसे टाटा टेली बिजनेस सर्विसेस का नाम दिया गया। यह छोटे और मध्यम बिजनेस के लिए काम करती है। टाटा संस ने टाटा टेलीसर्विसेस में 28,600 करोड़ रुपए के निवेश को राइट ऑफ कर दिया। इसके साथ ही कंज्यूमर मोबाइल बिजनेस को इसने भारती एयरटेल को ट्रांसफर कर दिया।
इसी तरह से घाटा देने वाली कंपनी ज्योति स्ट्रक्चर और GTL इंफ्रा का शेयर 167 और 137% बढ़ा है। ज्योति का शेयर 3.85 से बढ़कर 17.65 रुपए और GTL इंफ्रा का शेयर 65 पैसे से बढ़कर 1.87 रुपए पर पहुंच गया है।
इसी तरह रियल्टी कंपनी पार्श्वनाथ डेवलपर्स का शेयर इस साल 346% बढ़ा है। इसने 2016 में फायदा कमाया था। उसके बाद से यह कंपनी घाटे में है। हालांकि कंपनी के पास 7 से 10 हजार करोड़ रुपए की जमीन है। यह उत्तरी भारत में है। इस जमीन को बेचकर कंपनी अपना कर्ज उतार सकती है। इसका शेयर 4.52 रुपए से बढ़कर 25.90 रुपए पर पहुंचा है।
सरकारी कंपनी MTNL के शेयर ने इस साल में 121% का फायदा दिया है। यह शेयर 11.65 से बढ़कर 35.45 रुपए पर पहुंच गया है। महानगर टेलीफोन निगम लिमिटेड (MTNL) के साथ GTL इंफ्रा, नागार्जुन फर्टिलाइजर्स और चार अन्य स्टॉक ने इसी तरह से 120-160% का फायदा दिया है। MTNL का शेयर तब बढ़ा, जब सरकार ने इसकी संपत्तियों को बेचने का फैसला किया। MTNL और भारत संचार निगम लिमिटेड (BSNL) के बारे में यह फैसला किया गया था।