महंगे लोन के लिए तैयार हो जाइए, 8 अक्टूबर को RBI बढ़ा सकता है रेपो रेट
मुंबई- अब आपको महंगे लोन लेने के लिए तैयार हो जाना चाहिए। लंबे समय से सस्ते लोन का दौर खत्म हो सकता है। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) अगले हफ्ते ब्याज दरों को बढ़ा सकता है। इस समय रेपो रेट 4% और रिवर्स रेपो रेट 3.50% है।
8 अक्टूबर को RBI मॉनिटरी पॉलिसी की बैठक की घोषणा करेगा। पिछले 14 महीने से RBI ने दरों में कोई बदलाव नहीं किया है। RBI हर दो महीने में एक बार मीटिंग करता है। सिटीग्रुप ने उम्मीद जताई है कि RBI रेपो रेट को बढ़ाने का फैसला कर सकता है। सिटीग्रुप ने कहा है कि कई देश के सेंट्रल बैंक कोरोना के समय जो राहत के उपाय किए थे, वह उपाय वापस ले रहे हैं। ऐसे में RBI भी इन देशों के क्लब में आ जाएगा, जो राहत उपाय को वापस ले सकता है।
दरअसल अर्थव्यवस्था में रिकवरी दिखने लगी है। कई सारे सेक्टर अच्छा प्रदर्शन भी कर रहे हैं। ऐसे में धीरे-धीरे अब राहत उपायों को वापस लिए जाने की शुरुआत होगी। रिकवरी के साथ महंगाई का भी लेवल अब कम हो रहा है। सिटीग्रुप के अर्थशास्त्री समीरन चक्रवर्ती और बकार जैदी ने गुरुवार को एक नोट में लिखा कि RBI के गवर्नर शक्तिकांत दास संभवत: 8 अक्टूबर को रेपो दर में 15 bps की वृद्धि की घोषणा कर सकते हैं। रेपो रेट उसे कहते हैं, जिस रेट पर RBI बैंकों को पैसा देता है। हालांकि रिजर्व बैंक की नीति लंबे समय तक ग्रोथ को समर्थन करने वाली ही रहेगी।
ज्यादा लिक्विडिटी यानी पैसा की वजह से भारतीय शेयर बाजार लगातार तेजी में बना हुआ था। बाजार में चार दिन से गिरावट इसी बात का संकेत है कि अब ब्याज दरें ऊपर जा सकती हैं। शुक्रवार को BSE का सेंसेक्स 360 अंक गिरकर 58,765 अंक पर बंद हुआ। पिछले चार दिनों में सेंसेक्स एक हजार से ज्यादा अंक टूट चुका है। अगर RBIरेट को बढ़ाता है तो फिर अगले साल मार्च तक हो सकता है कि दो बार रेट बढ़ जाए। अक्टूबर के बाद दिसंबर में और फिर फरवरी में भी रेट बढ़ सकता है। हालांकि फरवरी में काफी कुछ बजट पर निर्भर करेगा।
बाजार की तेजी में विदेशी निवेशकों (FII) ने चार दिन से लगातार पैसा निकालना शुरू कर दिया है। इक्विटी बाजार में सितंबर में FII का निवेश केवल 913 करोड़ रुपए ही रहा है। यानी इस दौरान इन्होंने 2,17,636 करोड़ रुपए के शेयर खरीदे और 2,16,722 करोड़ रुपए के शेयर बेच दिए। 30 सितंबर को FII ने बाजार से 2,225 करोड़ रुपए की शुद्ध निकासी की जबकि 29 को 1,446 करोड़, 28 को 1,957 और 27 सितंबर को 594 करोड़ रुपए की निकासी बाजार से की थी। हालांकि FII का पैसा निकालने का रुझान अप्रैल से ही है।
चालू वित्तवर्ष में विदेशी निवेशकों ने केवल 2200 करोड़ रुपए का शुद्ध निवेश बाजार में किया है। अप्रैल में इन निवेशकों ने बाजार से 12,039 करोड़ रुपए, मई में 6,015 करोड़ रुपए, जून में 26 करोड़, जुलाई में 23,139 करोड़ और अगस्त में 2,568 करोड़ रुपए निकाले थे।