बिक गया माल्या का किंग फिशर हाउस, 52 करोड़ रुपए मिली कीमत
मुंबई- भगोड़े कारोबारी विजय माल्या का किंगफिशर हाउस बिक गया। इसे हैदराबाद के प्राइवेट डेवलपर्स सैटर्न रियल्टर्स ने 52 करोड़ रुपए में खरीदा। डेट रिकवरी ट्रिब्युनल (DRT) ने इसे बेचने की प्रक्रिया की। बिक्री भाव अपने रिजर्व प्राइस 135 करोड़ रुपए का लगभग एक तिहाई है।
यह प्रॉपर्टी किंगफिशर एयरलाइन का हेड ऑफिस रह चुका है। माल्या की एयरलाइन कंपनी अब पूरी तरह से दिवालिया घोषित हो चुकी है। किंगफिशर एयरलाइंस पर SBI के नेतृत्व वाले बैंकों का 10 हजार करोड़ रुपए बकाया है। प्रॉपर्टी का एरिया 1,586 वर्ग मीटर है, जबकि प्लॉट 2,402 वर्ग मीटर का है। ऑफिस की बिल्डिंग में बेसमेंट, एक ग्राउंड फ्लोर, एक अपर ग्राउंड फ्लोर और एक अपर फ्लोर है।
कर्जदाताओं ने किंगफिशर एयरलाइंस पर बकाए 10 हजार करोड़ रुपए में से 7,250 करोड़ की वसूली विजय माल्या के शेयर्स बेचकर की थी। 23 जून 2021 को हुई नीलामी में SBI के नेतृत्व वाले बैंकों ने यूनाइटेड ब्रेवरीज लिमिटेड, यूनाइटेड स्पिरिट लिमिटेड और मैक्डोनॉल्ड होल्डिंग्स लिमिटेड में माल्या के शेयर बेचे थे। इसमें रिकवरी ऑफिसर यूनाइटेड ब्रेवरीज के 4.13 करोड़, यूनाइटेड स्पिरिट के 25.02 लाख और मैक्डोनॉल्ड होल्डिंग्स के 22 लाख शेयर ब्लॉक डील के तहत बेचे गए।
किंगफिशर हाउस को बेचने के कई प्रयासों के बाद भी कर्जदाताओं को खरीदार नहीं मिल पाने के बाद ऐसा हुआ है। इससे पहले प्रॉपर्टी की नीलामी 8 बार फेल हो चुकी थी। किंगफिशर हाउस की नीलामी पहली बार मार्च 2016 में हुई थी। इसमें प्रॉपर्टी की कीमत 150 करोड़ रुपए रिजर्व रखी गई थी। लेकिन प्रॉपर्टी की नीलामी फेल हो गई।
किंगफिशर हाउस की लोकेशन मुंबई एयरपोर्ट के नजदीक विले पार्ले है। इस प्रॉपर्टी को डेवलप करने का फिलहाल कोई स्कोप नहीं है, क्योंकि यह मुंबई एयरपोर्ट के बाहरी इलाके में स्थित है। विजय माल्या की एयरलाइन कंपनी किंगफिशर एयरलाइंस 2012 से बंद है। माल्या को विलफुल डिफॉल्टर घोषित किया गया है।