एचडीएफसी बैंक को 7,729 करोड़ का फायदा, 16 पर्सेंट बढ़ा
देश के सबसे बड़े प्राइवेट लेंडर HDFC बैंक के जून तिमाही के नतीजे बाजार के अनुमान से कमजोर रहे। बैंक का प्रॉफिट सालाना आधार पर 16.1% बढ़कर 7,729.60 करोड़ रुपए हो गया। पिछले साल की जून तिमाही में बैंक ने 6658 करोड़ रुपए का मुनाफा कमाया था।
बैंक ने कहा कि कोविड की दूसरी लहर के चलते जून तिमाही के दो महीने देशभर में कारोबारी गतिवाधियां अस्त-व्यस्त रही थीं। इसकी वजह से बैंक कलेक्शन की कोशिशों में अड़ंगे लगे और बैंक को ज्यादा प्रोविजन करना पड़ गया। जून तिमाही में बैंक की नेट इंटरेस्ट इनकम (NII) सालाना आधार पर 14.4% बढ़कर 17,009 करोड़ रुपए हो गई। इसका कोर इंटरेस्ट मार्जिन 4.1% रहा।
HDFC बैंक ने इस जून क्वॉर्टर में पिछले साल से ज्यादा लेकिन पिछली तिमाही से कम प्रोविजिनिंग की है। बैंक ने पहली तिमाही में 4,219.70 करोड़ रुपए की प्रोविजनिंग की है, जो पिछले साल की इसी तिमाही में 3,891.5 थी। मार्च क्वॉर्टर में बैंक ने 4,694 करोड़ रुपए की प्रोविजनिंग की थी। HDFC बैंक का शेयर शुक्रवार को एनएसई पर 0.11% यानी 1.60 रुपए की मामूली मजबूती के साथ 1,522.30 रुपए पर बंद हुआ था।
हालांकि बैंक की सब्सिडियरी एचडीबी फाइनेंशियल का एनपीए 5 पर्सेंट से ऊपर हो गया है। साथ ही इसका मुनाफा 230 करोड़ की तुलना में घट कर 130 करोड़ रुपए रह गया है। दरअसल कोविड में अर्थव्यवस्था असर सीधे तौर पर एचडीबी पर दिखा है। इसमें एचडीबी की हिस्सेदारी 95 पर्सेंट से ज्यादा है।
जून तिमाही के दौरान बैंक के टोटल डिपॉजिट में सालाना आधार पर 13.2% का उछाल आया, जबकि इस दौरान इसकी लोन ग्रोथ 11.4% रही। इसका कासा यानी इसके टोटल लायबिलिटी में करेंट एकाउंट और सेविंग्स एकाउंट का प्रतिशत 45% है, जिससे इंटरेस्ट कॉस्ट कम रखने में मदद मिलती है।
HDFC बैंक ने इस जून क्वॉर्टर में पिछले साल से ज्यादा लेकिन पिछली तिमाही से कम प्रोविजिनिंग की है। बैंक ने पहली तिमाही में 4,219.70 करोड़ रुपए की प्रोविजनिंग की है, जो पिछले साल की इसी तिमाही में 3,891.5 थी। मार्च क्वॉर्टर में बैंक ने 4,694 करोड़ रुपए की प्रोविजनिंग की थी।
बैंक को अन्य स्रोतों से जून तिमाही में 6,288.5 करोड़ रुपए की आमदनी हुई जो पिछले साल 4,075.3 करोड़ रुपए थी। बैंक का प्री प्रोविजन ऑपरेटिंग प्रॉफिट तिमाही आधार पर 18.0% बढ़कर 15,137 करोड़ रुपए रहा। बैंक को आय के दूसरे स्रोतों में से 3,885.4 करोड़ फीस और कमीशन से मिले जो पिछले साल जून क्वॉर्टर में 2,230.7 करोड़ थे। बैंक को फॉरेन एक्सचेंज से 1,198.7 करोड़ (436.6 करोड़) जबकि इनवेस्टमेंट की सेल से 601.0 करोड़ (1,086.7 करोड़) की इनकम हुई। रिकवरी के जरिए और डिविडेंड के तौर पर 603.5 करोड़ (321.3 करोड़) उसको मिले।