घर के लिए लोन लेना है तो जानिए कैसे सस्ता और अच्छा लोन मिल सकता है
मुंबई– होम लोन की ब्याज दर लोन अमाउंट और सिबिल स्कोर सहित कई बातों पर निर्भर करती है। इसके अलावा बैंक महिला कर्जदार को कम ब्याज पर लोन देता है। यहां हम आपको ऐसी 6 बातों के बारे में बता रहे हैं जिनका ध्यान रखकर आप कम ब्याज दर पर लोन पा सकते हैं।
किसी भी व्यक्ति का क्रेडिट स्कोर बहुत हद तक उसकी होम लोन एलिजिबिलिटी को प्रभावित करता है। क्रेडिट स्कोर कई खास क्रेडिट प्रोफाइलिंग कंपनियों की तरफ से तय किया जाता है। इसमें यह देखा जाता है कि आपने पहले लोन लिया है या क्रेडिट कार्ड आदि का इस्तेमाल किस प्रकार किया है। किसी भी व्यक्ति का क्रेडिट स्कोर रीपेमेंट हिस्ट्री, क्रेडिट इस्तेमाल का अनुपात, मौजूदा लोन और बिलों के समय पर पेमेंट से पता चलता है। अगर आपका क्रेडिट स्कोर अच्छा है तो आपको आसानी से और काम ब्याज दर पर लोन मिलता है।
बैंक की ब्याज दरें आपके लोन अमाउंट पर भी निर्भर करती हैं। लोन अमाउंट जितना ज्यादा होगा ब्याज दर भी उतनी ही ज्यादा होगी। देश का सबसे बड़ा बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) बैंक में होम लोन की 3 लिमिट हैं इसके तहत 30 लाख तक के लोन पर 6.70, 30 से 75 लाख तक का लोन 6.95 और 75 लाख से ज्यादा राशि का लोन लेने पर आपको 7.05% सालाना ब्याज दर के हिसाब से ब्याज चुकाना होता है। यानी आपके लोन की ब्याज दर आपके लोन अमाउंट के हिसाब से रहती है।
बैंक 3 तरह के इंटरेस्ट प्लान ऑफर करते हैं। यह 3 प्लान फिक्स्ड इंटरेस्ट, फ्लोटिंग इंटरेस्ट और फ्लेक्सी इंटरेस्ट प्लान होते हैं। यह भी आपकी ब्याज दर पर असर डालते हैं। फिक्स्ड होम लोन प्लान में बैंक फिक्स्ड इंटरेस्ट चार्ज करते हैं। मसलन आपको बैंक से एक तय रेट पर होम लोन मिलता है। फ्लोटिंग होम लोन प्लान में ब्याज बैंक के बेस रेट से लिंक्ड होता है। इस कारण बेस रेट में बदलाव होने से ब्याज दर घट या बढ़ जाती है।
फ्लेक्सी होम लोन प्लान फ्लोटिंग और फिक्स्ड प्लान का मिला जुला रूप है। इस प्लान को हाइब्रिड होम लोन प्लान भी कहा जाता है। इसमें सबसे खास बात यह है कि ग्राहक अपनी जरूरत अनुसार लोन अवधि के बीच में अपना प्लान फिक्स्ड या फ्लोटिंग में बदलवा सकता है। आप अपनी जरूरत के हिसाब से इंटरेस्ट प्लान चुन सकते हैं। इसके अलावा इंटरेस्ट प्लान का चयन करने से पहले किसी विशेषज्ञ की सलाह भी ले सकते हैं।
अगर होम लोन किसी महिला द्वारा लिया जाता है तो उन्हें पुरूषों के मुकाबले सस्ता होम लोन मिलता है। महिलाओं को 5 बेसिस प्वॉइंट सस्ता होम लोन मिलता है, इसलिए कोशिश कीजिए की होम लोन महिला के नाम पर लिया जाए।