IT कंपनियों में ऑटोमेशन की वजह से नहीं होगी छंटनी
मुंबई– IT कंपनियों की टॉप बॉडी नैस्कॉम ने कहा है कि इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी अब भी छंटनी करने से ज्यादा नौकरियां देने वाला ऑर्गनाइज्ड सेक्टर है। उसके मुताबिक, मौजूदा वित्त वर्ष में देश की टॉप IT कंपनियों ने 96 हजार से अधिक प्रोफेशनल हायर करने की योजना बनाई है।
नैस्कॉम का यह बयान उस समय आया है, जब बैंक ऑफ अमेरिका (BoA) ने अपनी हालिया रिपोर्ट में 2022 तक भारत में 30 लाख IT प्रोफेशनल की छंटनी होने का अनुमान जताया है। रिपोर्ट में उसने कहा है कि खासतौर पर टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में ऑटोमेशन बढ़ने के चलते सॉफ्टवेयर कंपनियों को छंटनी करनी पड़ेगी।
IT सेक्टर की टॉप इंडस्ट्री बॉडी ने अपने बयान में यह दलील दी है कि टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में तेजी से विकास हो रहा है और ऑटोमेशन को बढ़ावा मिल रहा है। इसके चलते IT से जुड़ी पारंपरिक नौकरियों के प्रकार और रोल में बड़ा बदलाव होगा और नई नौकरियों के मौके बनेंगे।
नैस्कॉम का कहना है कि इंडियन IT सेक्टर में छंटनी से ज्यादा भर्तियां हुईं हैं। वित्त वर्ष 2021 में इस सेक्टर के वर्कफोर्स में 1,38,000 लोगों की बढ़ोतरी हुई है। उसने यह भी कहा कि घरेलू IT कंपनियों ने इस वित्त वर्ष में 96 हजार से ज्यादा प्रोफेशनल को हायर करने की योजना बनाई है।
बैंक ऑफ अमेरिका ने अपनी हालिया रिपोर्ट में लिखा है कि भारतीय सॉफ्टवेयर कंपनियों में फिलहाल 1.6 करोड़ प्रोफेशनल को रोजगार मिला हुआ है। लेकिन 2022 तक उनमें से 30 लाख प्रोफेशनल छंटनी का शिकार हो सकते हैं। छंटनी से IT कंपनियों को वेतन और दूसरे मदों में सालाना 100 अरब डॉलर की बचत होगी।
रिपोर्ट के मुताबिक इंडियन IT सेक्टर में काम करने वाले करीब 1.6 करोड़ लोगों में से 90 लाख लोग बीपीओ सर्विसेज में हैं और कम स्किल वाले काम कर रहे हैं. रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि रोबोट प्रोसेस ऑटोमेशन (RPA) की वजह से इन 90 लाख लोगों में से 30% यानी लगभग 30 लाख लोग नौकरियां खो देंगे।