रेलवे को प्लेटफॉर्म टिकट बंद करने से 150 करोड़ का घाटा, केवल 10 करोड़ रुपए की हुई कमाई
मुंबई– रेलवे स्टेशनों पर कोरोना की वजह से भीड़ को नियंत्रित करने का तरीका रेलवे के लिए नुकसान साबित हुआ है। रेलवे को वित्त वर्ष 2020-21 में प्लेटफॉर्म टिकट न बेचने से 150 करोड़ रुपए का घाटा हुआ है। इसकी कमाई इस वित्त वर्ष में केवल 10 करोड़ रुपए रही है। वित्त वर्ष 2019-20 में रेलवे ने प्लेटफॉर्म टिकट से 160 करोड़ रुपए की कमाई की थी।
सूचना का अधिकार (RTI) के तहत रेलवे ने जानकारी दी है। उसने कहा है कि उसे प्लेटफॉर्म टिकट की बिक्री बंद करने से इससे होने वाली कमाई में 94% का घाटा हुआ है। कोरोना की वजह से लोगों को रेलवे स्टेशन पर रोकने के लिए प्लेटफॉर्म टिकट की कीमत पहले 50 रुपए की गई, फिर इसे बंद कर दिया गया था। रेलवे ने कहा कि उसने केवल 10 करोड़ रुपए 2020-21 में प्लेटफॉर्म टिकट से कमाया है।
वित्त वर्ष 2019-20 में रेलवे ने प्लेटफॉर्म टिकट से 160.87 करोड़ रुपए की कमाई की थी। यह कमाई पिछले 5 सालों में इस सेगमेंट में सबसे ज्यादा थी। रेलवे ने पिछले साल मार्च में लगे नेशनल लॉकडाउन के बाद से यह कदम उठाया था और अभी भी यह कदम जारी है। अभी भी स्टेशन पर जिनके पास टिकट होता है, उन्हीं को प्रवेश मिल रहा है।
रेलवे के अलग-अलग जोन में यह फैसला किया गया था और कुछ जोन में टिकट के दाम बढ़ाए गए तो कुछ जोन में प्रवेश पर पूरी तरह से पाबंदी लगा दी गई है। प्लेटफॉर्म के टिकट की कीमत पहले 10 से 30 रुपए की गई थी फिर भी भीड़ नहीं रुकी तो 50 रुपए की गई। हालांकि रेलवे का कहना है कि टिकट की कीमतें कुछ समय तक के लिए ही बढ़ाई गई हैं। बाद में इसे पहले की तरह किया जाएगा।
प्लेटफॉर्म टिकट से रेलवे को 2018-19 में 139 करोड़ रुपए की कमाई हुई थी जबकि अमूमन यह 131 करोड़ रुपए सालाना रहती है। 2019-20 में यह 160 करोड़ हो गई। रेलवे का उत्तरी जोन इसके सभी जोन में सबसे बड़ा है। शनिवार को इसने कहा कि वह फिर से दिल्ली डिवीजन के सभी 8 बड़े स्टेशन पर प्लेटफॉर्म टिकट जारी करने की सुविधा शुरू कर दी है। हालांकि टिकट की कीमत 30 रुपए रहेगी। जिन 8 स्टेशन पर प्लेटफॉर्म टिकट मिलेंगे उसमें नई दिल्ली, दिल्ली जंक्शन, हजरत निजामुद्दीन, आनंद विहार, मेरठ सिटी, गाजियाबाद, दिल्ली सराय रोहिल्ला और दिल्ली कैंट रेलवे स्टेशन को शामिल किया गया है।