खाद्य आयात तेल बिल 34 फीसदी बढ़कर 1.57 लाख करोड़ रुपये
मुंबई- देश के खाद्य तेल आयात का बिल अक्तूबर में 34.18 फीसदी बढ़कर 1.57 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया है। जबकि वोल्यूम में यह 6.85 फीसदी तेजी के साथ 140.3 लाख टन रहा है। उद्योग संगठन साल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन (एसईए) ने बताया कि 2020-21 (नवंबर से अक्तूबर) में भारत ने 1.17 लाख करोड़ रुपये के 131.3 लाख टन खाद्य तेल का आयात किया था।
पहली दो तिमाहियों में आयात बढ़ा, पर तीसरी तिमाही में इसमें गिरावट दर्ज की गई। हालांकि, चौथी तिमाही में यह फिर से बढ़ गया क्योंकि अंतरराष्ट्रीय बाजारों में तेलों की कीमतें घटने से इंडोनेशिया ने पाम तेल पर पाबंदी हटा ली थी। मार्च-अप्रैल में कुछ समय के लिए पाम ऑयल सॉफ्ट ऑयल जितना ही महंगा था। निर्यात पर प्रतिबंध लगाने के इंडोनेशिया के फैसले से मई-जून में इसकी उपलब्धता और प्रभावित हुई।
इससे भारत में पाम तेल की खरीदारी में गिरावट आई और सॉफ्ट ऑयल का आयात बढ़ा। परिणामस्वरूप 2021-22 में कम होकर 79.15 लाख टन तेल का आयात हुआ, जो कि उसके पहले के साल 83.21 लाख टन था।
आंकड़ों के मुताबिक, आरबीआई पामोलीन तेल का आयात 2021-22 में दो गुना बढ़कर 18.41 लाख टन रहा जो उसके पहले के साल में 6.86 लाख टन था। जबकि क्रूड पाम आयल (सीपीओ) का आयात 20 फीसदी कम होकर 59.94 लाख टन रहा जो उससे पहले के साल में 74.91 लाख टन था।
सॉफ्ट तेल में सोयाबीन तेल का आयात बढ़कर 2021-22 में 41.71 लाख टन रहा जो उसके पहले के साल में 28.66 लाख टन था। इसी तरह सूरजमुखी तेल का आयात बढ़कर 19.44 लाख टन हो गया जो उसके पहले 18.94 लाख टन था।