पीवीआर को 289 करोड़ रुपए का घाटा, लॉकडाउन से घटा बिजनेस
मुंबई– कोरोना महामारी से चौतरफा आर्थिक नुकसान हो रहा है। इसमें सिनेमाघरों की हालात बेहद खराब स्थिति में पहुंच गई है। क्योंकि पहली लहर से जारी सख्ती अब तक है। इसका नतीजा यह हुआ कि PVR को चौथी तिमाही में 289.1 करोड़ रुपए का घाटा हुआ। सालभर पहले की समान तिमाही में 74.5 करोड़ रुपए का घाटा हुआ था।
रेवेन्यू जनवरी से मार्च तिमाही में 263.3 करोड़ रुपए का रहा, जो सालभर पहले 661.78 करोड़ रुपए से 60.2% कम है। एबिटा भी 86.8% घटकर 25.1 करोड़ रुपए रहा, जो पिछले साल की चौथी तिमाही में 189.3 करोड़ रुपए रहा था। PVR ने कहा कि लॉकडाउन, सोशल डिस्टेंसिंग, कमजोर आत्मविश्वास और सीमित कॉन्टेंट फ्लो का असर पूरे इंडट्री पर पड़ा।
रेटिंग एजेंसी क्रिसिल के मुताबिक इंडस्ट्री में सख्त और पाबंदियों से कैश लॉस हुआ है। रिपोर्ट के मुताबिक फाइनेंशियल इयर 2020-21 में 900 करोड़ रुपए का घाटा हुआ, जो पिछले साल 785 करोड़ रुपए के कैश प्रॉफिट में रहा था। PVR ने कहा कि चौथी तिमाही में कोई बड़ी बॉलीवुड और हॉलीवुड फिल्म नहीं रिलीज हुई। यह पूरा साल मल्टीप्लेक्स इंडस्ट्री और कंपनी के लिए घाटे वाला रहा। क्रिसिल रेटिंग्स ने कहा कि अगले कुछ महीनों के लिए सिनेमाघरों में क्षमता पर इसी तरह की पाबंदियां जारी रहने वाली है। जो पिछले फाइनेंशियल इयर से जारी है।
कोरोना की पहली लहर में मार्च से अक्टूबर 2020 के दौरान मल्टीप्लेक्स बंद रहे थे। इसे अनलॉक प्रक्रिया के तहत खोली ही जा रहा था, लेकिन महामारी की वापसी से फिलहाल इंडस्ट्री में फाइनेंशियल इयर के दूसरे हाफ में रिकवरी की उम्मीद है। देश में कुल स्क्रीन का 5वां हिस्सा महाराष्ट्र में है, जो महामारी के चलते सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है। नतीजा यह रहा कि नई फिल्मों की रिलीजिंग भी रुक गई।
PVR के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर अजय बिज्ली ने कहा कि ज्यादा वैक्सीनेशन होने से स्थिति सामान्य होगी। ऐसे में हमें उम्मीद है कि कंपनी का कारोबार एक बार फिर मजबूती से सुधरती। वर्तमान में कई राज्यों पाबंदियों और सख्ती के चलते कोई सिनेमाघर नहीं खुला है। फिक्की और EY रिपोर्ट के मुताबिक फिल्म एंटरटेनमेंट से रेवेन्यू में भारी गिरावट दर्ज की गई। 2019 के मुकाबले 2020 में रेवेन्यू 62% गिरकर 7,220 करोड़ रुपए का रहा। हालांकि, यह गिरावट में 2021 में 10-20% और बढ़ सकती है।