भारत ग्लोबल GDP की रैंकिंग में सातवें नंबर पर पहुंचा, 2011 में तीसरे पर था
मुंबई– मोदी सरकार के विकास की अच्छी खासी खबर आ रही है। सकल घरेलू उत्पादन यानी GDP के मामले में भारत दुनिया में सातवें रैंकिंग पर 2021 में आ गया है। जबकि 2011 में यह तीसरी रैंकिंग में था। मोदी सरकार के इस विकास की इस समय जमकर आलोचना हो रही है।
आंकड़ों के मुताबिक, 2005 में भारत ग्लोबल GDP की रैंकिंग में 10 वें नंबर पर था। यह भाजपा की अगुवाई में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन यानी राजग की सरकार के समाप्त होने के बाद पहला साल था। राजग की सरकार 2004 में इंडिया शाइनिंग में चुनाव हार गई थी। उस समय फील गुड फैक्टर के चक्कर में भाजपा ने लोकसभा चुनाव को समय से 6 महीने पहले ही करा लिया था। फिर भी उसे हार का सामना करना पड़ा।
आंकड़ों के मुताबिक, 2011 में भारत ग्लोबल GDP की रैंकिंग में तीसरे नंबर पर आ गया था। जबकि 2018 में यह फिसलकर पांचवें नंबर पर चला गया था। 2021 में यह सातवें नंबर पर आ गया है।
पूरी दुनिया की GDP की बात करें तो इसकी कुल साइज इस समय 91.98 ट्रिलियन डॉलर की है। GDP को मापने का पैमाना सभी फाइनल सामानों की बाजार की वैल्यू और सेवाओं को लेकर तय किया जाता है। विश्व बैंक के अनुमान के मुताबिक, नॉमिनल जीडीपी पूरी दुनिया की 2017 में 80,683 अरब डॉलर की थी जो 2018 में 84,835 अरब डॉलर की हो गई।
आंकड़ों के मुताबिक, अमेरिका GDP की रैंकिंग में पहले नंबर पर है। उसकी कुल GDP 20.49 ट्रिलियन डॉलर की है। चीन की GDP 13.4 ट्रिलियन डॉलर की है तो जापान की GDP 4.97 ट्रिलियन डॉलर की है। चौथे नंबर पर जर्मनी है जिसकी GDP 4 ट्रिलियन डॉलर की और पांचवें पर यूके है जिसकी GDP 2.83 ट्रिलियन डॉलर की है। फ्रांस छठें पर है। इसकी GDP 2.78 ट्रिलियन डॉलर की है। भारत की GDP 2.72 ट्रिलियन डॉलर की जबकि इटली की 2.07 ट्रिलियन डॉलर की और ब्राजील की 1.87 ट्रिलियन डॉलर की है।
इंटरनेशनल मॉनिटरी फंड यानी आईएमएफ के आंकड़ों के मुताबिक भारत 2019 में विश्व का पांचवां सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश होगा और यह यूके एवं फ्रांस को पीछे छोड़ देगा। हालांकि भारत इस मामले में 2020 में छठें स्थान पर रहा। जबकि 2021 ने इसे एक स्थान और पीछे धकेल दिया। ग्लोबल जीडीपी में भारत की हिस्सेदारी 3.1 पर्सेंट की है। भारत की प्रति व्यक्ति GDP 2,170 डॉलर की रही है। जबकि अमेरिका में यह 62,794 डॉलर रही है। इस साल की भारत की जीडीपी के बारे में अनुमान है कि यह 10 पर्सेंट की दर से बढ़ सकती है। हालांकि जिस तरह से कोरोना का मामला है और रोजाना 4500 लोगों की मौत हो रही है और देश में श्मशान और चिताओं के लिए जगह नहीं है, ऐसे में यह मुश्किल है। देश में इस समय उत्तर प्रदेश में लाशों को नदियों में बहाया जा रहा है।