भारत की विकास दर 11 पर्सेंट रह सकती है – एडीबी

मुंबई– देश में कोविड-19 की दूसरी लहर का कहर जारी है। इस बीच एशियन डेवलपमेंट बैंक (एडीबी) ने देश की अर्थव्यवस्था को लेकर अच्छी खबर दी है। एडीबी ने कहा है कि देश में बेहतर और व्यापक स्तर पर टीकाकरण चल रहा है। इस कारण चालू वित्त वर्ष में भारत की अर्थव्यवस्था 11% की दर से बढ़ सकती है। हालांकि, एडीबी ने कहा है कि कोविड के मामलों में हाल ही में आई तेजी देश के आर्थिक सुधार के लिए जोखिम साबित हो सकती है। 

बुधवार को एडीबी ने अपने प्रमुख एशियाई विकास आउटलुक (एडीओ) 2021 को जारी करते हुए कहा कि बेहतर टीकाकरण के चलते भारतीय अर्थव्यवस्था के वित्त वर्ष 2021 में 11% की दर से बढ़ने की उम्मीद है। रिपोर्ट में अनुमान जताया गया है कि वित्त वर्ष 2022 में भारतीय अर्थव्यवस्था (GDP) 7% की दर से बढ़ेगी। रिपोर्ट में कहा गया है कि दक्षिण एशिया के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के इस वर्ष 9.5% तक पहुंचने की उम्मीद है, जो 2020 में 6% तक गिर गई थी। वहीं वित्त वर्ष 2022 में उम्मीद जताई गई है कि दक्षिण एशिया का सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) 6.6 प्रतिशत पर पहुंच जाएगा। 

एडीबी ने कहा है कि चालू वित्त वर्ष में विकासशील एशिया की आर्थिक वृद्धि दर 7.3% के आसपास रहेगी। पिछले साल यह दर 0.2% रही थी। एडीबी का कहना है कि कोरोना महामारी से वैश्विक रिकवरी और कोविड-19 टीकाकरण अभियान की सशक्त शुरुआत का लाभ एशियाई अर्थव्यवस्थाओं को मिलेगा। रिपोर्ट में कहा गया है कि 2022 में इस क्षेत्र की कुल वृद्धि दर 5.3% तक रहने का अनुमान है. 

एडीबी का कहना है कि हॉन्गकॉन्ग, चीन, कोरिया की औद्योगिक अर्थव्यवस्थाओं को छोड़कर एशिया की आर्थिक गतिविधि विकसित करने वाले सिंगापुर और ताइपे-चीन में इस वर्ष 7.7% की दर से वृद्धि होने की उम्मीद है। वित्त वर्ष 2022 में यह दर 5.6% हो जाएगी। रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि विकासशील एशिया की अधिकांश अर्थव्यवस्थाएं इस साल और 2022 में बेहतर विकास करेंगी। विकासशील एशिया में भौगोलिक समूह के आधार पर एडीबी सूची के 46 सदस्य शामिल हैं। इनमें नई औद्योगिक अर्थव्यवस्थाएं, मध्य एशिया के देश, पूर्वी एशिया, दक्षिण एशिया, दक्षिण पूर्व एशिया और प्रशांत क्षेत्र की अर्थव्यवस्थाएं शामिल हैं। 

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