गलत जानकारी देने पर एक करोड़ लोगों को आयकर विभाग ने भेजा नोटिस
मुंबई- केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि केंद्र ने रिटर्न दाखिल न करने, आय कम दिखाने और गलत जानकारी देने के लिए 1 लाख नोटिस भेजे हैं। उन्होंने कहा कि नोटिस उन लोगों को भेजे गए हैं, जिनकी आय 50 लाख रुपए के करीब है और उन्हें इस वित्त वर्ष के आखिरी तक इनके क्लियर होने की उम्मीद है।
164वें आयकर दिवस समारोह में निर्मला सीतारमण ने कहा कि ये सभी मामले 4 से 6 साल पहले दाखिल किए गए पुराने रिटर्न के हैं। सीतारमण ने कहा, ‘1 लाख नोटिस उन लोगों को भेजे गए हैं, जिनकी इनकम फाइल की गई आय से ज्यादा पाई गई है, या उसके ज्यादा होने के पर्याप्त सबूत हैं, लेकिन उन्होंने इसकी जानकारी नहीं दी है, या वो सूचनाएं जिन्हें फाइल करना अनिवार्य है, लेकिन उन्हें फाइल नहीं किया गया है।
सीतारमण ने कहा, ‘मैं यह बताना चाहती हूं कि नोटिस बिना सोचे-समझे नहीं भेजे गए हैं। मुझे CBDT के अध्यक्ष ने आश्वासन दिया है कि मार्च 2024 तक यह पूरे ब्लॉक क्लियर हो जाएंगे।’ अधिकारियों ने बाद में पुष्टि की है कि नोटिस पिछले 14 महीनों के दौरान भेजे गए और ज्यादातर 50 लाख रुपए से ज्यादा की सालाना आय वाले लोगों को भेजे गए थे।
CBDT ने मई 2023 में 55,000 नोटिसों का स्क्रूटनी असेसमेंट पूरा किया
इनकम टैक्स लॉ के तहत अधिकारी छह साल तक के पिछले असेसमेंट्स को फिर से ओपन कर सकते हैं। मंत्री ने कहा कि CBDT ने मई 2023 में 55,000 नोटिसों का स्क्रूटनी असेसमेंट पूरा किया, जो उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के फैसले के अनुसार भेजे थे। उन्होंने कहा, ‘बोर्ड जारी किए गए नोटिसों को लेकर सिर्फ बैठा नहीं है। अगर कोई सिस्टम के साथ खिलवाड़ कर रहा है; तो उसे लेकर हमारा क्लियर-कट अप्रोच है।’
वित्तवर्ष 2023 के लिए अब तक 4 करोड़ से ज्यादा लोगों ने ITR फाइल किया
CBDT के चेयरपर्सन नितिन गुप्ता ने कहा कि फाइनेंशियल ईयर 2022-23 के लिए अब तक 4 करोड़ से ज्यादा लोगों ने ITR फाइल कर दिया है। सरकार ने इन अवेदनों में से आधे से ज्यादा को प्रोसेस भी कर दिया है, जिसके चलते अब तक 80 लाख रुपए से ज्यादा का रिफंड किया जा चुका है। उन्होंने आगे कहा, ‘इनकम टैक्स डिपार्टमेंट में मैनपावर की भारी कमी है, जिसके कारण भारी मात्रा में काम पेंडिंग हैं। उन्होंने सीतारमण से जल्द से जल्द नई भर्तियों के लिए आग्रह किया है।