एसबीआई म्यूचुअल फंड का निफ्टी नेक्स्ट 50 इंडेक्स फंड एनएफओ 28 से खुलेगा

मुंबई– एसबीआई म्यूचुअल फंड ने एसबीआई निफ्टी नेक्स्ट 50 इंडेक्स फंड लॉन्च करने की घोषणा की है। यह एक ओपन-एंडेड इंडेक्स योजना है और यह अपेक्षाकृत कम लागत पर निफ्टी नेक्स्ट 50 सूचकांक के प्रदर्शन का लाभ पहुंचाएगा।  

इसके तहत निवेश का उद्देश्य है ऐसा रिटर्न मुहैया कराना जो सूचकांक में मौजूद प्रतिभूतियों पर मिलने वाले रिटर्न के अनुरूप हो। हालांकि इसमें थोड़ी-बहुत ट्रैकिंग सम्बन्धी गलती हो सकती है। यह नई स्कीम उन निवेशकों के लिए उपयुक्त है जो लंबे समय में फायदा चाहते हैं और साथ ही निफ्टी नेक्स्ट 50 सूचकांक के दायरे में आने वाली सिक्योरिटीज में निवेश करना चाहते हैं। साथ ही बाज़ार संभावित बड़ी कंपनियों में वृद्धि का लाभ उठाना चाहते हैं। 

कंपनी के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी विनय एम् टोंसे ने कहा कि फंड हाउस के तौर पर हमने अपने सक्रियता से प्रबंधित फंडों के अलावा निष्क्रिय निवेश खंड में मज़बूत फ्रैंचाइज़ी तैयार की है। मेरा मानना है कि एसबीआई निफ्टी नेक्स्ट 50 इंडेक्स फंड उन लोगों के लिए अच्छा मौका है जो निष्क्रिय निवेश की खूबियों का लाभ उठाना चाहते हैं और साथ ही सूचकांक में निहित भावी बड़ी कंपनियों में वृद्धि की संभावना का भी फायदा उठाना चाहते हैं। 

कंपनी के मुख्य बिजनेस अधिकारी  डी पी सिंह ने कहा कि मौजूदा एसबीआई निफ्टी इंडेक्स फंड और ईटीऍफ़ खंड में अन्य निष्क्रिय पेशकशों के अलावा एसबीआई निफ्टी नेक्स्ट 50 इंडेक्स फंड हमारी दूसरी इंडेक्स फंड पेशकश है। हम ग्राहकों को ऐसी और पेशकशें करते रहेंगे ताकि उन्हें अपने लक्ष्य के अनुरूप अपन निवेश का चुनाव करने में मदद मिले। निफ्टी नेक्स्ट 50 24 दिसम्बर 1996 को लॉन्च किया गया था जिसकी आधार तारीख चार नवम्बर 1996 थी और उसका आधार मूल्य 1000 था जिसमें निफ्टी 50 की कंपनियों को हटाकर निफ्टी 100 की 50 कंपनियों का प्रतिनिधित्व है। सूचकांक में विभिन्न खंडों के शेयर हैं और किसी एक खंड का विशेष प्रतिनिधित्व नहीं है। निफ्टी नेक्स्ट 50 सूचकांक अर्धवार्षिक आधार पर पुनर्संतुलित किया जाता है। 

यह योजना निफ्टी नेक्स्ट 50 सूचकांक के दायरे में आने वाली प्रतिभूतियों में कम से कम 95 प्रतिशत और अधिकतम 100 प्रतिशत निवेश करेगी और पांच प्रतिशत तक का निवेश ऋण बाज़ार प्रतिभूतियों (वाणिज्यिक पात्र, वाणिज्यिक बिल, ट्रेज़री बिल, ट्रायपार्टी रेपो, एक साल की परिपक्वता वाली सरकारी प्रतिभूति समेत कॉल या नोटिस मनी, सर्टिफिकेट ऑफ़ डिपाजिट, युज़ेंस बिल और भारतीय रिज़र्व बैंक की ओर से समय-समय पर तय की जाने वाली वित्तीय योजनाएं शामिल हैं) और लिक्विड म्यूचुअल फंड की इकाइयों में निवेश किया जायेगा। न्यूनतम आवेदन राशि 5,000 रूपये है। 

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