जितना की जरूरत हो, उतना ही लोन के लिए अप्लाई करें, वरना लगेगी ज्यादा प्रोसेसिंग फीस

मुंबई– अगर आप होम लोन या बिजनेस लोन के लिए अप्लाई करते हैं तो आपको सावधान रहने की जरूरत है। आपको जितने पैसे की जरूरत है, उतने के लिए ही अप्लाई करें। क्योंकि बैंक और गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियां यानी NBFC आपसे उस लोन पर प्रोसेसिंग फीस लेती हैं, जो लोन आपको मंजूर किया गया है। भले ही आप लोन की रकम मंजूर रकम से कम लें, पर आपको प्रोसेसिंग फीस मंजूर लोन पर ही देनी होगी।  

अमूमन ऐसा देखा जाता है कि बिजनेस और होम लोन या किसी भी तरह के लोन पर लोग इतना ध्यान नहीं देते हैं। लोग जरूरत से ज्यादा लोन को मंजूर करवा लेते हैं। उदाहरण के तौर पर अगर आपने अगर 10 लाख रुपए के लोन के लिए अप्लाई किया है और आपने 8 लाख रुपए का लोन लिया तो आपको 10 लाख रुपए पर प्रोसेसिंग फीस और अन्य चार्ज लगेंगे। हालांकि आप चाहें तो 10 लाख का लोन पूरा भी ले सकते हैं।  

बैंकिंग जानकारों का कहना है कि चूंकि आपने जिस रकम के लिए अप्लाई किया है, वह रकम हम आपके लिए ब्लॉक कर देते हैं। यानी आप भविष्य में भी चाहें तो वह रकम ले सकते हैं, जो आपने अप्लाई किया है। इसलिए हम उसी रकम पर प्रोसेसिंग फीस चार्ज करते हैं। चाहे यह होम लोन के लिए हो, या फिर बिजनेस लोन के लिए हो, सभी तरह के लोन पर यह लागू होता है।  

ऐसे में अगर आप आगे से किसी होम लोन या बिजनेस लोन के लिए अप्लाई करते हैं तो पहले यह समझ लें कि आपको वास्तविक कितने पैसे की जरूरत है। इसके बाद आप उन्हीं पैसों के लिए अप्लाई करें। कैनरा बैंक के एक अधिकारी के मुताबिक, यह कोई गलत नियम नहीं है। क्योंकि हमारा उतना पैसा तो फंस ही जाता है, जितना आपने अप्लाई किया है। आप चाहें तो बाकी बचे पैसों को आगे भी ले सकते हैं।  

बैंक ऑफ इंडिया के मुख्य वित्तीय अधिकारी (सीएफओ) के.वी. राघवेंद्र कहते हैं कि प्रोसेसिंग फीस चार्ज सैंक्शन अमाउंट यानी जो रकम बैंक ने आपको देने के लिए मंजूरी दी है, उससे लिंक है। भले ही आपने कम लोन बैंक से लिया है, पर फीस वही लगेगी। हालांकि अगर आप चाहते हैं कि आपसे उसी रकम पर प्रोसेसिंग फीस ली जाए, जो आपने लिया है तो इसके लिए आपको फिर से नए लोन के लिए अप्लाई करना होगा और उसके बाद ही आप की प्रोसेसिंग फीस कम हो सकती है।  

बैंक ऑफ बड़ौदा, आईसीआईसीआई बैंक, एचडीएफसी लिमिटेड सहित देश के सभी बैंक और एनबीएफसी इसी तरह से प्रोसेसिंग फीस को मंजूर लोन के साथ लिंक कर दिए हैं। बैंक ऑफ बड़ौदा ने भी कहा कि यह सही है कि प्रोसेसिंग फीस उसी रकम पर ली जाती है जो मंजूर की गई है। जबकि जो लोन आपको मिलता है, उससे मतलब नहीं है। 

हालांकि मार्च तक देश के प्रमुख बैंकों और एनबीएफसी ने इस प्रोसेसिंग फीस को माफ कर दिया था। पर अब अप्रैल से फिर से इसे लागू कर दिया गया है। वैसे प्रोसेसिंग फीस अलग-अलग बैंकों की अलग-अलग दर पर होती है। एक लाख रुपए के लोन पर यह 25 पैसे से लेकर 35 या 45 पैसे तक हो सकती है। इसके साथ ही इसमें स्टैंप ड्यूटी और जीएसटी भी लगती है। इसलिए अगर आप 40 लाख रुपए का लोन लेते हैं तो आपको 38 हजार रुपए तक इस सबके रूप में चुकाना पड़ सकता है।  

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