फंड कंपनियों के शेयरों में HDFC AMC के शेयर का इस साल खराब प्रदर्शन
मुंबई– BSE सेंसेक्स और NSE निफ्टी भले ही इस साल अच्छा प्रदर्शन कर रहे हों, लेकिन म्यूचुअल फंड कंपनियों के शेयरों में कम तेजी है। इसमें बड़ी बात है कि HDFC AMC का शेयर इस साल अब तक सबसे कम प्रदर्शन करने वाला रहा है। इसका शेयर महज 0.56 पर्सेंट बढ़ा है। जबकि निप्पोन का शेयर 12 पर्सेंट बढ़ा है।
NSE निफ्टी मार्च 2020 के लो लेवल से 96.93% ऊपर आ चुका है और इस साल अब तक 7.15% मजबूत हुआ है। इस दौरान HDFC AMC का शेयर 44.8% चढ़ा है लेकिन इस साल अब तक इसमें सिर्फ 0.56% की मजबूती देखने को मिली है। इसी तरह, निप्पोन लाइफ इंडिया AMC का शेयर पिछले मार्च से 55.2% और इस साल 12.16% चढ़ा है। UTI AMC पिछले साल अक्टूबर में लिस्ट हुआ था जिसके शेयरों में तब से अब तक लगभग 5% की मजबूती आई है।
आमतौर पर जब बाजार कुलांचे भर रहा हो तो म्यूचुअल फंड कंपनियों के शेयरों में भी तेज उछाल आनी चाहिए। लेकिन इस बार पिछले सात महीनों से म्यूचुअल फंड की इक्विटीस्कीमों से लगातार पैसे निकले हैं। बाजार के जानकार AMC के शेयरों के बेंचमार्क इंडेक्स से सुस्त प्रदर्शन का जिम्मेदार इसी को ठहरा रहे हैं।
HDFC सिक्योरिटीज के रिटेल रिसर्च हेड दीपक जासानी जासानी के मुताबिक, आमतौर पर इक्विटी मार्केट में तेजी आने पर AMC का एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) बढ़ना चाहिए। कायदे से उसके कारोबार में इजाफा होना चाहिए, लेकिन इस बार ऐसा नहीं हुआ। शेयर बाजार में तेजी के बीच हुए रिडेम्शन ने म्यूचुअल फंड स्कीमों का आकर्षण छीन लिया।
अगर म्यूचुअल फंडों का AUM नहीं बढ़ता और MF में रिडेम्शन होता रहता है तो उनकी प्रॉफिटेबिलिटी जस की तस रह सकती है। इससे उनके शेयरों के दाम में बढ़ोतरी निफ्टी और सेंसेक्स से कम रह सकती है। जासानी यह भी कहते हैं कि AMC शेयरों में लंबे समय के लिए पैसा लगाया जा सकता है क्योंकि यहां GDP के मुकाबले AUM ग्लोबल एवरेज से बहुत ही कम है।
रिडेम्शन के अलावा एक्टिव मैनेजमेंट वाली म्यूचुअल फंड स्कीमेंनिफ्टी और सेंसेक्स से बेहतर परफॉर्मेंस देने में नाकामयाब रही हैं। निवेशकों ने शेयरों में MF के जरिए पैसा लगाने के बजाय सीधे निवेश करना बेहतर समझा। उनके एक्सचेंज ट्रेडेड फंड में पैसा लगाने से पैसिव इनवेस्टिंग को बढ़ावा मिला।
एक्सपर्ट्स के मुताबिक पिछली तीन तिमाहियों में HDFC AMC और निपॉन लाइफ इंडिया AMC की आमदनी और मुनाफे में कमी आई है। पैसिव फंड में निवेश बढ़ने से यील्ड में कमी आई है। मिसाल के लिए HDFC AMC की यील्ड वित्त वर्ष 2020 में 59 रह गई जो 2016 में 77 थी। उनको अधिकांश आमदनी दूसरे जरियों से हो रही है, जिसका लंबे समय तक जारी रहना मुमकिन नहीं।
HDFC AMC का शेयर अपने अगले एक साल के अनुमानित ईपीएस के 42.1 गुना पर मिल रहा है। निपॉन लाइफ इंडिया AMC में 34.2 गुना और UTI AMC में 13 गुना पर ट्रेड हो रहा है लेकिन निफ्टी 21.29 गुना पर चल रहा है। AMC काफी शेयर महंगे बिक रहे हैं। पैसा लगाने से पहले सही लेवल पर आने का इंतजार करना सही रहेगा।
जानकारों का कहना है कि कुछ समय के लिए इनके शेयरों के दाम में कमजोरी बनी रह सकती है, लेकिन लंबे समय में निवेश के लिहाज से ये सही हैं। FY20 से FY30 के बीच में म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री का AUM 15% सालाना के हिसाब से बढ़ सकता है।