आप एचडीएफसी म्यूचुअल फंड में निवेश करते हैं, इस फंड ने एसबीआई का शेयर सस्ते में बेचा, आपको हुआ भारी घाटा
मुंबई एचडीएफसी म्यूचुअल फंड के निवेश अधिकारी प्रशांत जैन और उनकी टीम का एक फैसला गलत साबित हुआ है। उनकी टीम ने देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) का शेयर जनवरी में बेच दिया था। लेकिन उसी शेयर ने अब 420 के ऊपरी स्तर को छू लिया है और उम्मीद है कि यह 600 रुपए तक जा सकता है। ऐसे में निवेशकों के मन में यही सवाल है कि एचडीएफसी ने इस शेयर को बेचकर बड़ी गलती कर दी है। अगर यह शेयर नहीं बेचा गया होता तो निवेशकों को जमकर फायदा होता।
एचडीएफसी म्यूचुअल फंड ने जनवरी में टाटा मोटर्स के शेयर जमकर खरीदे। इस दौरान इस फंड हाउस ने कई मिडकैप गैर-बैकिंग वित्तीय कंपनियों (एनबीएफसी) में भी निवेश किया, जबकि निफ्टी 50 इंडेक्स की कुछ बड़ी कंपनियों के शेयर बेच दिए। प्रंशात जैन की अगुवाई में इस फंड ने टाटा मोटर्स के 2.47 करोड़ शेयर खरीदे। बीते दो महीनों में इस शेयर में शानदार तेजी आई है।
इस दिग्गज फंज मैनेजर ने लार्जकैप सेगमेंट की कई बड़ी कंपनियों के शेयरों को बेचने से भी गुरेज नहीं किया। हालिया समय में इन कंपनियों के शेयरों ने अच्छी तेजी दिखाई है। इस फंड हाउस ने पावर ग्रिड के 5.22 करोड़ और भारतीय स्टेट बैंक के 1.49 करोड़ शेयर बेच डाले। दिसंबर तिमाही के शानदार नतीजों के बाद कई विश्लेषकों का भरोसा भारतीय स्टेट बैंक के शेयरों पर बढ़ा है। कई घरेलू और वैश्विक ब्रोकरेजेज ने इस दिग्गज सरकारी बैंक के टार्गेट प्राइस को 80 फीसदी तक बढ़ा दिया है। इस दिग्गज फंड हाउस ने इंफोसिस, आईसीआईसीआई बैंक, गेल, ओएनजीसी, ओएनजीसी, अंबुजा सीमेंट, टाटा स्टील, हिंडाल्को और विप्रो जैसी लार्जकैप कंपनियों के 27-97 लाख शेयर बेच डाले।
इसके अलावा इसने केएआर कंस्ट्रक्शन, स्पाइसजेट, पावर फाइनेंस कॉर्प और गुजरात पीपावाव में हिस्सेदारी घटाई। एचडीएफसी म्यूचुअल फंड ने एक्जो नोबल इंडिया, भारत फोर्ज, डॉ. लाल पैथलैब्स, इंडिया रेलवे फाइनेंस कॉर्पोरेशन, इंडिगो पेंट्स, ल्यूमैक्स इंडस्ट्रीज, एमआरएफ और टेक्नो इलेक्ट्रिक एंड इंजीनियरिंग में नए सिरे से निवेश किया.