एनएसडीएल कार्वी के 7.23 लाख डिमैट खातों को बेचेगी, भारत में पहली घटना
मुंबई– निवेशकों के हित में नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरीज लिमिटेड (NSDL) ने बड़ा कदम उठाया है। ब्रोकिंग कंपनी कार्वी पर ग्राहकों के बकाए को निपटाने के लिए NSDL 7.23 लाख डीमैट खातों को बेचेगी। यह भारत में अपनी तरह की पहली घटना होगी।
NSDL ने सेंट्रल डिपॉजिटरी सर्विसेस और स्टॉक एक्सचेंजों के साथ बातचीत के बाद यह फैसला लिया है। 31 जनवरी 2021 तक कार्वी के पास 7.23 लाख डीमैट खातों की वैल्यू 2.84 लाख करोड़ रुपए रही थी। NSDL ने कहा कि बोली से प्राप्त रकम का इस्तेमाल मार्केट इंफ्रास्ट्रक्चर इंस्टिच्युशन (MII) के कुल बकाए का निपटारा करने के बाद कार्वी स्टॉक ब्रोकिंग के निवेशकों के बकाए को चुकाने के लिए किया जाएगा। नीलामी में शामिल होने के लिए ब्रोकर के पास कम से कम एक लाख डीमैट अकाउंट होना जरूरी है। साथ ही 31 मार्च 2020 तक कम से कम ब्रोकर के पास 10 करोड़ रुपए रहना चाहिए। नीलामी में प्रति डीमैट अकाउंट 100 रुपए रिजर्व प्राइस है, जबकि ट्रेडिंग अकाउंट के लिए कोई रिजर्व प्राइस नहीं रखा गया है।
भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) के आदेशों के बाद NSE और BSE पर कार्वी स्टॉक ब्रोकिंग के ट्रेडिंग टर्मिनल दिसंबर 2019 से बंद हो गए थे। इससे कंपनी के ग्राहक अपने सिक्योरिटी और फंड के बारे में जानकारी नहीं जुटा पा रहे थे। क्योंकि फंड और सिक्योरिटी कार्वी स्टॉक ब्रोकिंग के पास थे। NSE ने पिछले साल नवंबर में कहा था कि उन्होंने कार्वी स्टॉक ब्रोकिंग के 2.35 लाख निवेशकों को 2,300 करोड़ रुपए का भुगतान किया जा चुका है।
बाद में सेबी ने NSE को इन्वेस्टर प्रोटेक्शन फंड (IPF) की रकम 560 करोड़ रुपए से बढ़ाकर 1,500 करोड़ रुपए करने का निर्देश दिया। IPF की अधिकांश रकम लिस्टिंग फीस, सदस्यों के सहयोग, ट्रेजरी इनकम और सदस्यों पर लगने वाले जुर्माने से आती है।