इंडिगो ने 2.10 करोड़ रुपए भर कर सेबी के साथ सेटलमेंट किया मामला
मुंबई– इंडिगो को चलाने वाली कंपनी इंटरग्लोब एविएशन ने सेबी के साथ एक मामले को सेटलमेंट किया है। इसके लिए इसने 2 करोड़ 10 लाख 37 हजार 500 रुपए भरा है। इंडिगो ने कुछ ही दिन पहले सेटलमेंट के लिए सेबी के पास अप्लीकेशन भेजा था। सेबी ने 10 पेज का ऑर्डर मंगलवार को इस मामले में जारी किया।
जानकारी के मुताबिक, सेबी ने इंटरग्लोब को कारण बताओ नोटिस जारी किया था। सेबी ने पूछा था कि क्यों न संबंधित पार्टियों के लेन-देन का खुलासा न करने के मामले में उसके खिलाफ कार्रवाई की जाए। इसी के बाद इंटरग्लोब के को-फाउंडर राकेश गंगवाल ने इस मामले में सेटलमेंट की मंजूरी दी।
इंटरग्लोब ने कोर्ट से बाहर समझौते के लिए एक कंसेंट अप्लीकेशन सेबी के पास फाइल किया था। सेबी ने 2019 में गवर्नेंस के मामले में छानबीन की थी। छानबीन में पता चला कि गंगवाल और राहुल भाटिया ने कंट्रोलिंग अधिकार के मामले में नियमों का पालन नहीं किया था। साथ ही कई फैसले बिना किसी सेफगार्ड के लिए गए थे।
पिछले महीने इंटरग्लोब और सेबी के बीच इस मामले में मोल भाव (निगोशिएशन) हुआ। गंगवाल की इंटरग्लोब में 37% जबकि राहुल भाटिया की 38% हिस्सेदारी है। बता दें कि राहुल भाटिया और गंगवाल के बीच हाल के सालों में काफी विवाद रहा है। दोनों के बीच विवाद इस हद तक बढ़ा कि इसकी शिकायत प्रधानमंत्री कार्यालय तक पहुंच गई। काफी लंबे समय तक विवाद चला। इसमें यही आरोप दोनों ओर से लगा कि नियमों का पालन नहीं हो रहा है। ढेर सारे फैसले बिना किसी मंजूरी के लिए जा रहे हैं। इसी मामले में सेबी तक यह बात पहुंची की गवर्नेंस का पालन नहीं हो रहा है।
सेबी ने ऑर्डर में कहा कि 8 फरवरी को इंटरग्लोब ने सेटलमेंट का पेमेंट कर दिया। सेबी ने कहा कि जांच में यह पता चला कि काफी सारे मामलों का खुलासा इंटरग्लोब की ओर से नहीं किया गया। IPO के दौरान जो जानकारी सेबी को दी गई थी, उसमें भी काफी सारे खुलासे निवेशकों के लिए नहीं किए गए थे। इंटरग्लोब के एक प्रमोटर ने इस मामले में IPO के करीबन 4 साल बाद शिकायत की थी। इस शिकायत में मैनेजमेंट कंट्रोल और अन्य बातें थीं। इसमें शेयरों के ट्रांसफर की भी बात कही गई थी। 29 जनवरी 2020 को एक ईजीएम भी हुई थी जिसमें शेयर धारकों ने कुछ सुधार के प्रपोजल को ठुकरा दिया था। सेबी ने कहा कि इस तरह से ढेर सारी शिकायतें मिली थीं, जिनकी जांच पूरी होने पर इंटरग्लोब ने सेटलमेंट के लिए अप्लीकेशन फाइल किया।