8 महीने से शेयर बाजार से पैसे निकाल रहे हैं म्यूचुअल फंड, जनवरी में 12,980 करोड़ रुपए निकाले

मुंबई- शेयर बाजार की तेजी में म्यूचुअल फंड लगातार इक्विटी से पैसे निकाल रहे हैं। जनवरी में इन्होंने 12 हजार 980 करोड़ रुपए निकाले हैं। यह लगातार आठवां महीना है जब फंड हाउसों ने पैसे निकाले हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि शेयरों की कीमतें मार्च के निचले स्तर से दोगुनी बढ़ गई हैं और मुनाफा कमाने के लिए अब इसे बेचा जा रहा है।  

हालांकि म्यूचुअल फंड की लगातार शेयरों की बिक्री के बाद भी शेयर बाजार की तेजी जारी है। ऐसा इसलिए क्योंकि विदेशी निवेशक (FII) लगातार पैसे लगा रहे हैं। जनवरी में इन्होंने करीबन 19 हजार 472 करोड़ रुपए के शेयर खरीदे हैं। फरवरी में अब तक 10 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा के शेयर खरीदे हैं। 2020 में इन्होंने कुल 1.70 लाख करोड़ रुपए का शेयर खरीदा है।  

जानकारों के मुताबिक, निवेशक इस समय शेयरों को बेच रहे हैं। हालांकि जिन लोगों ने दिसंबर में या जनवरी में शेयर बेचे हैं, उन्हें फायदा तो हुआ है, पर वही शेयर वो अगर अब बेचते तो कम से कम 30-40% का और फायदा उन्हें मिल जाता। प्रमुख शेयरों में जैसे SBI, TCS, HDFC बैंक, HDFC असेट मैनेजमेंट, इंफोसिस आदि शेयर जनवरी के पहले हफ्ते की तुलना में इस समय अच्छे खासे बढ़े हैं। ग्रोथ पर फोकस वाला बजट का सबसे बड़ा इवेंट आ चुका है। अर्थव्यवस्था में सुधार और कोरोना की वैक्सीन शुरू हो चुकी है। ऐसे में इक्विटीज अभी भी उन लोगों के लिए सबसे अच्छा मुनाफा वाला साधन है, जो इसमें निवेश जारी रखे हैं।  

शेयर बाजार के रेगुलेटर सेबी के आंकड़ों के मुताबिक, साल 2020 में म्यूचुअल फंड हाउसों ने कुल 56 हजार 400 कोरड़ रुपए शुद्ध रूप से निकाले हैं। आंकड़ों के मुताबिक जनवरी में म्यूचुअल फंड हाउसों ने 12 हजार 980 करोड़ रुपए शेयर बाजार से निकाले हैं। इसके साथ ही जून से देखा जाए तो अब तक कुल 94 हजार 800 करोड़ रुपए के शेयर फंड हाउसों ने बेचे हैं।   

नवंबर मे म्यूचुअल फंड हाउसों ने 14 हजार 492 करोड़ रुपए निकाले थे जबकि अक्टूबर में 4,134 करोड़ रुपए निकाले थे। सितंबर में 9,213 करोड़ रुपए और अगस्त में 9,195 करोड़ रुपए निकाले गए थे। जुलाई में 612 करोड़ रुपए के शेयर बेचे गए थे। हालांकि पिछले साल जनवरी से मई तक कुल 40 हजार 200 करोड़ रुपए का निवेश फंड हाउसों ने बाजार में किया था।  इसमें से अकेले 30 हजार 285 करोड़ रुपए मार्च में निवेश किया गया था।  

मार्च से बाजार में गिरावट शुरू हुई थी। मई के बाद बाजार में तेजी आनी शुरू हुई थी। विश्लेषकों के मुताबिक, इक्विटी का वैल्यूएशन काफी महंगा हो चुका है इसलिए निवेशक इस पैसे को निकाल कर डेट और अन्य साधनों में निवेश कर सकते हैं। हालांकि म्यूचुअल फंड से ज्यादा पैसा अमीर निवेशक (HNI) निकाल रहे हैं। जबकि रिटेल निवेशक अभी भी म्यूचुअल फंड की इक्विटी स्कीम में निवेश को बनाए रखे हैं। 

विदेशी निवेशक लगातार बाजार में निवेश कर रहे हैं इसलिए म्यूचुअल फंड हाउस अपने पैसे को निकाल कर पोर्टफोलियो को बैलेंस कर रहे हैं। यानी वे डेट में इसे लगाकर इक्विटी में अपना निवेश कम कर रहे हैं। यही कारण है म्यूचुअल फंड हाउसों ने जनवरी में डेट में 11 हजार 382 करोड़ रुपए का निवेश किया है।   

इक्विटी म्यूचुअल फंड में दिसंबर में कुल 26 हजार 73 करोड़ रुपए का निवेश हुआ। जबकि इसी दौरान 36 हजार 220 करोड़ रुपए निकाले गए। यह दोनों आंकड़ा नवंबर की तुलना में बढ़ा है। निवेशकों ने लॉर्ज कैप से सबसे ज्यादा पैसा निकाला है। लॉर्ज कैप से 3,876.39 करोड़ रुपए निकाले गए हैं। मल्टी कैप फंड से 3,540.77 करोड़ रुपए निकाले गए हैं।  

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