1.25 लाख करोड़ से ज्यादा हो सकता है GST कलेक्शन
मुंबई– जैसे-जैसे अर्थव्यवस्था खुल रही है, वैसे-वैसे इसका असर दिख रहा है। अगर अर्थव्यवस्था की रफ्तार थोड़ी भी तेज हुई तो गुड्स एवं सर्विस टैक्स (GST) का कलेक्शन 1.25 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा हो सकता है।
आनंद राठी सिक्योरिटीज के रिसर्च हेड नरेंद्र सोलंकी कहते हैं कि अब जीएसटी 1.25 लाख करोड तक जा सकता है। 1.15 लाख करोड़ के बाद इसमें तेजी आएगी। हालांकि जीएसटी कलेक्शन कोरोना के पहले के स्तर के आंकड़े को पहले ही पार कर लिया है। अर्थव्यवस्था रिकवर हो रही है। चौथी तिमाही में अर्थव्यवस्था में तेजी आएगी। क्योंकि अभी तक पूरी तरह से इकोनॉमी खुली नहीं है। कुछ क्षेत्रों में इसमें अभी भी बंदिशें लगी हैं।
वे कहते हैं कि ट्रेड रिकवर हो रहा है। वैक्सीन के आने की उम्मीद है। ऐसे में कारोबार बढ़ने पर टैक्स का भी कलेक्शन बढ़ेगा। के.आर. चौकसी के एमडी देवेन चौकसी कहते हैं कि इकोनॉमी तेज हो रही है और आगे मजबूत रहेगी। स्थिति सुधरती है तो इसका असर टैक्स कलेक्शन पर दिखेगा। ट्रेड ज्यादा होगा तो टैक्स ज्यादा आएगा। पिछले तीन सालों में यह रिकॉर्ड पहली बार इसलिए हासिल हुआ है क्योंकि डिजिटल कारोबार और रिपोर्ट बढ़ रही है।
उनका कहना है कि डिजिटल रिपोर्टिंग और सब कुछ डिजिटल होने से टैक्स की चोरी कम हुई है। यही कारण है कि दिसंबर महीने में जीएसटी का कलेक्शन रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया है। बैंक ऑफ बड़ौदा के मुख्य अर्थशास्त्री समीर नारंग कहते हैं कि जीएसटी का ज्यादा कलेक्शन तो हम नवंबर से ही देख रहे हैं। इसका मतलब यह हुआ कि अर्थव्यवस्था की गतिविधियों में रिबाउंड हो रहा है और यह लगातार सुधार की ओर बनी हुई है। हमारा अनुमान है कि चौथी तिमाही में देश की अर्थव्यवस्था (जीडीपी) की ग्रोथ पॉजिटिव रह सकती है। जबकि मजबूत रिकवरी तो उसके बाद दिखेगी।
बता दें कि आर्थिक गतिविधियों में लगातार सुधार के कारण दिसंबर 2020 में 1.15 लाख करोड़ रुपए का जीएसटी कलेक्शन हुआ है। जुलाई 2017 से देश में जीएसटी लागू होने के बाद यह सबसे ज्यादा है। इससे पहले का रिकॉर्ड 1.14 लाख करोड़ रुपए का था, जो अप्रैल 2019 में बना था।
अक्टूबर 2020 में जीएसटी से 1 लाख 5 हजार 155 करोड़ रुपए और नवंबर में 1 लाख 4 हजार 963 करोड़ रुपए आए थे। वित्त मंत्रालय का कहना है कि जीएसटी चोरी और फेक बिल के खिलाफ देशभर में चलाए गए अभियान के कारण भी कलेक्शन बढ़ा है। जीएसटी का यह रिकॉर्ड ऐसे समय बना है, जब कोविड-19 के कारण हालात अभी तक पूरी तरह सामान्य नहीं हुए हैं। इंडस्ट्री चैंबर सीआईआई के डायरेक्टर जनरल चंद्रजीत बनर्जी ने कहा, स्थिति अब सामान्य हो रही है। आयात पर टैक्स कलेक्शन बढ़ने का मतलब है कि लॉकडाउन की सुस्ती के बाद अब उद्योगों में तेजी से सुधार हो रहा है। gst collection, गुड्स एवं सर्विस टैक्स, goods & services tax, आनंद राठी सिक्योरिटीज, जीएसटी कलेक्शन, gdp, जीडीपी, cii, arthlabh.com