रेलटेल जल्द लाएगा आईपीओ, 2008 से कंपनी दे रही है डिविडेंड
सरकारी कंपनी रेलटेल ने कहा है कि अगर प्राइवेट सेक्टर चाहे तो उसके डेटा सेंटर का उपयोग कर सकता है। फिलहाल उसकी कई सेवाओं का उपयोग प्राइवेट सेक्टर कर रहा है जिसमें ब्रॉडबैंड सहित अन्य सेवाएं हैं। कंपनी जल्द ही आईपीओ लेकर आ रही है।
मर्चेंट बैंकर्स जब कहेंगे तब आईपीओ आएगा
रेलटेल के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक पुनीत चावला ने भास्कर से कहा कि हम मर्चेंट बैंकर्स से बात करके तय समय पर आईपीओ लाने की योजना बना रहे हैं। इसके लिए हमें सेबी से मंजूरी मिल चुकी है। आईपीओ के तहत कंपनी कुल 8.66 करोड़ इक्विटी शेयर बेचेगी। उन्होंने कहा कि कोरोना में हमें काफी फायदा हुआ है। चूंकि कोरोना के दौरान सूचना एवं प्रौद्योगिकी (IT) की अच्छी मांग रही है और हमारा काम उसी सेक्टर में रहा है।
लोग IT के प्लेटफॉर्म की ओर जा रहे हैं। ब्रॉडबैंड की सेवाओं की वजह से हमारे ग्राहक कोरोना में बढ़े हैं।
ICT, IT सेवाएं देती है कंपनी
रेलटेल मुख्य रूप से सरकारी और गैर सरकारी कंपनियों को ICT और IT सेवाएं देती है। इसकी 67,415 किलोमीटर की रेल लाइन के बगल से विशेष ROW है। 57,457 किलोमीटर का ऑप्टिकल फाइबर है। उन्होंने कहा कि पिछले 6 महीनों में हमारा रेवेन्यू एक साल पहले के समान अवधि की तुलना में बढ़ा है। फिर भी कुछ प्रोजेक्ट थे जिसमें धीमापन भी देखा गया। ये वो प्रोजेक्ट थे, जहां पर फिजिकल जरूरत कर्मचारियों की थी।
अब जैसे जैसे लाकडाउन खुला है ऐसे प्रोजेक्ट में तेजी आ रही है। कोरोना की वजह से डिजिटल टेक्नोलॉजी में ज्यादा निवेश कर रही है।
जल्द ही शुरू होगी कंटेंट ऑन डिमांड सेवा
उन्होंने कहा कि हम जल्द ही कंटेंट ऑन डिमांड शुरू करने जा रहे हैं। जिस तरह से एयरलाइंस देती हैं, उसी तर्ज पर हम इसे ट्रेन में शुरू करेंगे। इसी के साथ कंपनी बांग्लादेश और मॉरीशस में भी अवसर तलाश रही है जहां पर वह अपने कारोबार शुरू कर सकती है। यह प्रोजेक्ट रेलवे सिगनलिंग से संबंधित होगा। कंपनी के प्रमुख ग्राहकों में रेलवे विभाग, मानव संसाधन विभाग, रक्षा मंत्रालय, राजस्थान, केरल, हरियाणा, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और दिल्ली जैसी राज्य सरकारें भी हैं।
रेलवे के साथ प्राइवेट सेक्टर भी हैं क्लाइंट
रेलवे में IRCTC, IRCON, RVNL आदि हैं। प्राइवेट टेलीकॉम कंपनियों में एयरटेल, वोडाफोन आइडिया और रिलायंस हैं जबकि बैंक में SBI, सेंट्रल बैंक, कैनरा बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा और IDBI आदि हैं। इसके मुख्य कंपटीटर में भारती एयरटेल, रिलायंस जियो के साथ भारत संचार निगम लिमिटेड (BSNL) आदि हैं।
रिटेल ब्रॉडबैंड, एचडी वीडियो से आता है रेवेन्यू
चावला ने बताया कि इसका रेवेन्यू रिटेल ब्रॉडबैंड, HD वीडियो कांफ्रेंस सेवा आदि हैं। इसकी नेशनल लांग डिस्टेंस सेवा से 36% इनकम आती है। जबकि प्रोजेक्ट बिजनेस से 32% आती है। CAGR की दर से 2017-18 में इसका रेवेन्यू 18 पर्सेंट बढ़ा है जबकि 2018-19 में 17% और 2019-20 में 16% बढ़ा है। 2019-20 में इसका रेवेन्यू 1,166 करोड़ रुपए रहा है। रेलटेल कर्ज मुक्त कंपनी है और यह वित्त वर्ष 2008 से डिविडेंड दे रही है।
ई-फाइल्स में 5 गुना की बढ़त
उन्होंने बताया कि अप्रैल 2020 से अक्टूबर 2020 तक इसकी रेलवे की ई-फाइल्स 5.2 गुना बढ़ी है जबकि ई-रिसिप्ट 6.9 गुना बढ़ी है। 30 अक्टूबर तक कुल 1.16 लाख ई-ऑफिस यूजर्स इसके रहे हैं। इसकी रिटेल ब्रॉडबैंड सेवा रेल वायर ब्रांड के तहत चलती है। इसके पास 2.75 लाख ग्राहक हैं। 4 महीने में इसने 1.03 लाख ग्राहक जोड़े हैं।