म्यूचुअल फंड की फोकस्ड स्कीम ने एक बाजार की गिरावट में दिया ज्यादा घाटा

मुंबई- पिछले एक साल में म्यूचुअल फंड की फोकस्ड स्कीम के बेंचमार्क निफ्टी 200 टीआरआई ने 10.10 प्रतिशत का घाटा निवेशकों को दिया है। हालांकि बाजार की तेजी के समय निफ्टी का रिटर्न 40 प्रतिशत रहा है। जबकि बाजार की उंचाई यानी 17 जनवरी से 8 जुलाई के बीच इसने 13 प्रतिशत का घाटा दिया है। हालांकि म्यूचुअल फंड की फोकस्ड स्कीम ने इसी दौरान अलग-अलग घाटा और लाभ दिया है। फोकस्ड स्कीम का बेंचमार्क निफ्टी 200 टीआरआई है।

आंकड़े बताते हैं कि एक साल में आदित्य बिरला सनलाइफ फोकस्ड इक्विटी फंड ने 7.49 प्रतिशत का घाटा दिया है। जबकि बाजार की उंचाई में 17 जनवरी से 8 जुलाई तक इसने 13.40 प्रतिशत का घाटा दिया है। 23 मार्च के बाद से इसने बाजार की तेजी में 36 प्रतिशत का लाभ दिया है। बाजार के गिरावट के माहौल में इसने 17 जनवरी से 23 मार्च के बीच 36.48 प्रतिशत का घाटा दिया है। एक्सिस फोकस्ड 25 फंड ने बाजार की गिरावट के चरण में 25.60 प्रतिशत जबकि बाजार की उंचाई के समय 17 जनवरी से 8 जुलाई तक 11.57 प्रतिशत का घाटा दिया है। एक साल में इसने 0.73 प्रतिशत का घाटा दिया है।

आंकड़ों के मुताबिक, डीएसपी फोकस्ड ने 17 जनवरी से 23 मार्च के बीच 39.43, 8 जुलाई तक 16 तथा एक साल में 6.26 प्रतिशत का घाटा दिया है। इसने बाजार की तेजी यानी 23 मार्च से 8 जुलाई के बीच में 38 प्रतिशत का लाभ दिया है। फ्रैंकलिन इंडिया फोकस्ड इक्विटी फंड ने तेजी के माहौल में 23 मार्च से 8 जुलाई के बीच 34.90 प्रतिशत का लाभ दिया है। बाजार के नीचे के समय इसने इसी अवधि में 36.86 प्रतिशत, 17 जनवरी से 8 जुलाई तक 15 प्रतिशत और एक साल में 14.39 प्रतिशत का घाटा दिया है।

इसी तरह एचडीएफसी फोकस्ड 30 फंड ने एक साल और 17 जनवरी से 8 जुलाई तक के बीच 14.35 प्रतिशत का घाटा दिया है। बाजार के गिरावट में मार्च से 8 जुलाई तक 40.3 प्रतिशत का घाटा दिया है। तेजी में इसने 38.48 प्रतिशत का लाभ दिया है। हालांकि आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल फोकस्ड इक्विटी फंड ने एक साल और जनवरी से 8 जुलाई तक के बीच महज 2.61 प्रतिशत का घाटा दिया है। बाजार की तेजी में इसने 39.73 प्रतिशत का लाभ दिया है।

आईडीएफसी फोकस्ड इक्विटी फंड ने एक साल में 3.64, बाजार की उंचाई 17 जनवरी से 8 जुलाई तक 11.49 और गिरावट के समय जनवरी से मार्च के दौरान 35.62 प्रतिशत का घाटा दिया है। तेजी में इसने मार्च से जुलाई के बीच 37.48 प्रतिशत का फायदा दिया है।

कोटक फोकस्ड इक्विटी फंड ने बाजार की गिरावट यानी 17 जनवरी से 23 मार्च के दौरान 36 प्रतिशत का जबकि बाजार की उंचाई 17 जनवरी से 8 जुलाई के बीच 13 प्रतिशत का घाटा दिया है। इसने मार्च से 8 जुलाई तक बाजार की तेजी में 36 प्रतिशत का घाटा दिया है। मिरै असेट ने 17 जनवरी से 23 मार्च की गिरावट में 38.34 प्रतिशत का घाटा दिया जबकि बाजार की उंचाई यानी जनवरी से 8 जुलाई के बीच 10 प्रतिशत का घाटा दिया है। बाजार की तेजी में इसने 45.80 प्रतिशत का लाभ दिया है।

निप्पोन इंडिया ने 17 जनवरी से 23 मार्च के बीच 39.39 प्रतिशत का घाटा दिया है। जबकि बाजार की उंचाई यानी जनवरी से 8 जुलाई के बीच इसने 13.55 प्रतिशत और एक साल में 12.33 प्रतिशत का घाटा दिया है। बाजार की तेजी में इसने 42 प्रतिशत का लाभ दिया है।

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