टॉप 3 फंड हाउसों में ICICI प्रूडेंशियल ने सबसे ज्यादा फोलियो जोड़े, फ्रैंकलिन टेंपल्टन को लगा झटका
मुंबई– देश के टॉप 3 फंड हाउसों में शामिल ICICI प्रूडेंशियल म्यूचुअल फंड हाउस ने सबसे ज्यादा फोलियो पिछले साल जोड़े हैं। इसने 2020-21 के वित्त वर्ष में 20.42 लाख फोलियो जोड़े हैं। इससे इसके कुल फोलियो की संख्या 1.14 करोड़ हो गई है।
दरअसल म्यूचुअल फंड में फोलियो को ही निवेशक कहते हैं। हालांकि एक निवेशक के पास दो फोलियो भी हो सकते हैं। 2019-20 में एक्सिस फंड हाउस ने भी 20.42 लाख फोलियो जोड़ा है। इससे इसके कुल फोलियो की संख्या 80.52 लाख हो गई है। जबकि निप्पोन इंडिया ने 10.82 लाख फोलियो जोड़ा है और इसके पास कुल 99.82 लाख फोलियो हो गए हैं।
इसी तरह मिरै असेट ने 8.26 लाख फोलियो जोड़ा है और इसके कुल फोलियो की संख्या 34 लाख के ऊपर हो गई है। जबकि कैनरा रोबैको ने 5.68 लाख फोलियो जोड़ा और इसके पास 17.66 लाख फोलियो हो गए हैं। हालांकि इसी दौरान तीन बड़े फंड हाउस को झटका भी लगा है। इसमें फ्रैंकलिन टेंपल्टन के फोलियो में 4.75 लाख की गिरावट आई है। इसकी फोलियो की संख्या 32.78 लाख रही है।
फ्रैंकलिन टेंपल्टन ने पिछले साल 23 अप्रैल को अपनी 6 डेट स्कीम बंद कर दी थी। इसके बाद से इसके असेट अंडर मैनेजमेंट और फोलियो की संख्या में गिरावट आ रही है। इसी तरह एलएंडटी के फोलियो की सँख्या में 3.67 लाख की कमी आई है। इससे इसके फोलियो की संख्या 25.34 लाख हो गई है। एचडीएफसी म्यूचुअल फंड के फोलियो की संख्या में 4.63 लाख की कमी आई है। इसका कुल फोलियो 89.62 लाख रहा है। बिरला सन लाइफ म्यूचुअल फंड के फोलियो की संख्या 70.65 लाख रही है। इसके फोलियो में 1.20 लाख की कमी आई है।
पूरी फंड इंडस्ट्री की बात करें तो 11 फंड हाउसों के फोलियो में गिरावट दिखी है। फंड इंडस्ट्री ने 2020-21 में कुल 79.95 लाख फोलियो जोड़े हैं। ऐसे समय में जब पूरी फंड इंडस्ट्री ने पिछले वित्तीय वर्ष में 79.95 लाख फोलियो जोड़े, कुछ प्रमुख फंड हाउस जैसे एचडीएफसी एमएफ, आदित्य बिड़ला एमएफ, फ्रैंकलिन टेम्पलटन एमएफ और आठ अन्य म्यूचुअल फंड हाउस ने फोलियो की संख्या में गिरावट देखी है।
आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल एएमसी के एमडी और सीईओ निमेश शाह ने कहा कि हमारा मानना है कि पिछले वित्तीय वर्ष में फोलियो की संख्या में मजबूत वृद्धि काफी हद तक हमारे अथक डिजिटल फोकस, निवेशक जागरूकता के स्तर में वृद्धि और हमारी क्षमता का परिणाम है। पिछले दो दशकों में विभिन्न बाजार चक्रों और परिसंपत्ति वर्गों (बिजनेस साइकल और एसेट क्लासेज) में बेहतर निवेश अनुभव प्रदान किया गया है। एक बार भी कंपनी ने कोई डिफॉल्ट नहीं किया है। इससे निवेशकों का विश्वास बढ़ा है, जो नए ग्राहकों को कंपनी के साथ जोड़ने में अहम भूमिका निभा रहा है।