आईटी कंपनी विप्रो को पहली तिमाही में 2,390 करोड़ रुपए का हुआ लाभ
मुंबई- आईटी सेवा देने वाली कंपनी विप्रो को चालू वित्तीय वर्ष की पहली तिमाही (मार्च-जून) में 2,390 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ हुआ है। एक साल पहले समान तिमाही की तुलना में हुए लाभ 2,388 करोड़ की तुलना में यह महज दो करोड़ रुपए ज्यादा है। कंपनी ने मंगलवार को अपना फाइनेंशियल रिजल्ट जारी किया।
कंपनी के मुताबिक विप्रो का कंसोलिडेटेड रेवेन्यू इस तिमाही के दौरान 14,913 करोड़ रुपए रहा है। एक साल पहले समान तिमाही में यह 14,716 करोड़ रुपए था। कंपनी की आईटी सेवाओं का इबिट्डा मार्जिन सुधरकर 19.1 प्रतिशत हो गया है। एक साल पहले इसी अवधि में यह 18.4 प्रतिशत था। दिसंबर 2019 की तिमाही में यह 17.6 प्रतिशत था। विप्रो की कुल आय 15,571 करोड़ रुपए रही है जो एक साल पहले अप्रैल-जून की तिमाही में 15,566 करोड़ रुपए के बराबर ही करीब है। आईटी कंपनी ने कहा कि इस तिमाही के दौरान उसने 42 नए ग्राहकों को जोड़ा। कंपनी के पास कुल 1.82 लाख कर्मचारी हैं।
कंपनी के स्टॉक एक्सचेंज को दी जानकारी में कहा कि कोविड-19 की वजह से टेक्नोलॉजी खर्च में कमी आ सकती है। हमारे प्रोडक्ट की मांग में कमी आई है। इसका कारण यह है कि ग्राहकों ने खर्च में कमी की है। कंपनी ने कहा कि इससे ऑन साइट कंसल्टिंग सेवाओं को देने की हमारी क्षमता भी प्रभावित हो सकती है। इससे भविष्य में हमारी बिक्री, ऑपरेटिंग रिजल्ट्स सहित ओवरऑल फाइनेंशियल प्रदर्शन पर इसका असर दिख सकता है। कंपनी ने कहा कि हमारा ऑपरेशन भी निगेटिव रूप से प्रभावित हो सकता है।
कंपनी ने यह भी कहा कि इसने ब्राजील की आईवीआईए सर्विस कंपनी को 22.4 मिलियन डॉलर में खरीदा है। यह डील 30 सितंबर 2020 तक पूरी हो जाने की उम्मीद है। मंगलवार को कंपनी का शेयर बीएसई पर एक प्रतिशत गिरकर 225 रुपए पर बंद हुआ। विप्रो के चेयरमैन रिषद प्रेमजी ने सोमवार को कहा था कि कंपनी किसी भी कर्मचारी को कोविड -19 की वजह से निकालने की योजना नहीं बनाई है। उन्होंने कहा कि हम लागत को घटाने पर काम कर रहे हैं लेकिन इसके लिए अलग रास्ते हैं। हम कर्मचारियों को निकाल कर लागत नहीं घटाएंगे। रिषद प्रेमजी की यह पहली एजीएम भी सोमवार को थी। उन्होंने कंपनी की चेयरमैन पद की जिम्मेदारी पिछले साल जुलाई में संभाली थी।