HDFC बैंक की उधारी 14% और डिपॉजिट 16% बढ़ी, यस बैंक की उधारी 1.73 लाख करोड़ रुपए हुई
मुंबई– अगले हफ्ते से बड़ी कंपनियों के चौथी तिमाही यानी जनवरी से मार्च के वित्तीय परिणाम आने शुरू हो जाएंगे। चारों प्रमुख सूचना प्रौद्योगिकी (IT) कंपनी के रिजल्ट अगले हफ्ते आ रहे हैं। इससे पहले कई बैंकों की उधारी और जमा में अच्छी खासी बढ़त दिखी है। HDFC बैंक, फेडरल बैंक और यस बैंक ने स्टॉक एक्सचेंज को इसकी प्रोविजनल जानकारी दी है।
देश में निजी क्षेत्र के सबसे बड़े बैंक HDFC बैंक की उधारी 14% बढ़ी है। उसकी कुल उधारी (एडवांस) 11.32 लाख करोड़ रुपए हो गई है। जबकि जमा यानी डिपॉजिट 16% बढ़ कर 13.35 लाख करोड़ रुपए हो गई है। बैंक की उधारी मार्च 2020 में 9.93 लाख करोड़ रुपए थी जबकि दिसंबर तिमाही में यह 10.82 लाख करोड़ रुपए थी।
बैंक ने कहा कि घरेलू रिटेल लोन मार्च 2021 में 7.5% बढ़ा है, जबकि होलसेल लोन 21% की दर से बढ़ा है। चालू एवं बचत खाता (कासा) डिपॉजिट 27% बढ़कर 6.15 लाख करोड़ रुपए हो गई है। कुल खातों की तुलना में कासा अनुपात 46% रहा है। पिछले साल मार्च में यह 42.2% था। बैंक ने मार्च तिमाही के दौरान 7,503 करोड़ रुपए का लोन खरीदा है। यह होम लोन अरेंजमेंट के तहत इसने एचडीएफसी लिमिटेड से खरीदा है।
इसी तरह फेडरल बैंक की उधारी 9% बढ़ कर 1.35 लाख करोड़ रुपए हो गई है। बैंक के कासा में 26% की बढ़त हुई है। यह 58,381 करोड़ रुपए पर पहुंच गई है। एक साल पहले मार्च में यह 46,450 करोड़ रुपए थी। इसकी कुल जमा 13% बढ़कर 1.72 लाख करोड़ रुपए हो गई है। मार्च 2020 में यह 1.52 लाख करोड़ रुपए थी। बैंक ने कहा इसका कासा अनुपात 33.81% रहा है जो एक साल पहले 30.50% था।
यस बैंक की उधारी सालाना आधार पर मार्च 2021 में 1.73 लाख करोड़ रुपए रही है। एक साल पहले 1.71 लाख करोड़ रुपए की तुलना में इसमें मामूली बढ़त हुई है। इसका रिटेल लोन मार्च तिमाही में 7,828 करोड़ रुपए रहा है जो एक साल पहले 3,078 करोड़ की तुलना में 154% ज्यादा है। बैंक की जमा में 54.7% की बढ़त हुई है। यह 1.73 लाख करोड़ रुपए रही है। एक साल पहले यह 1.05 लाख करोड़ रुपए थी। इसमें कासा जमा 51.8% रही है जो 42 हजार 587 करोड़ रुपए थी। बैंक का शेयर गिरावट के साथ कारोबार कर रहा है।