11 रुपए के इस शेयर का भाव जाएगा 1 लाख रुपए, अभी 92 हजार पर
मुंबई- एमआरएफ टायर का शेयर एक लाख रुपए का होने जा रहा है। फिलहाल यह 92 हजार रुपए पर कारोबार कर रहा है। भारतीय बाजार में यह सबसे महंगा शेयर है। इसने शेयर बाजार में लिस्ट होने के बाद से निवेशकों को करीब 8400 गुना का रिटर्न दिया है।
एमआरएफ टायर का शेयर अप्रैल 1993 में शेयर बाजार में लिस्ट हुआ था। 11 रुपये के भाव पर बंद हुआ था। 27 साल बाद यह शेयर 92450 रुपये के भाव पर पहुंच गया। यानी आपका 11 रुपए का उस समय का निवेश आज 92 हजार हो गया है। वहीं ब्रोकरेज हाउस आगे भी शेयर में ग्रोथ देख रहे हैं। ब्रोकरेज हाउस आनंद राठी के अनुसार आगे शेयर 104823 रुपये तक पहुंच सकता है।
मद्रास रबर फैक्टरी के नाम से है एमआरएफ
एमआरएफ का पूरा नाम मद्रास रबड़ फैक्ट्री (MRF) है। इसकी नींव 1946 में रखी गई थी। पिछले हफ्ते शेयर का भाव 98 हजार 500 रुपये के पार चला गया था। सन 1962 में एमआरएफ ने टायर बनाना शुरू किया। सन 1964 में एमआरएफ टायर का अमेरिका को एक्सपोर्ट शुरू किया। इसके बाद सन 1973 में देश का पहला रेडियल टायर पेश किया। आज एमआरएफ का मार्केट कैप 38747 करोड़ रुपये हो गया है।
एमआरएफ के फाइनेंशियल की बात करें तो दिसंबर तिमाही में कंपनी का मुनाफा सालाना आधार पर डबल से ज्यादा बढ़कर 520.54 करोड़ रुपये हो गया है। एक साल पहले की समान तिमाही में कंपनी का मुनाफा 241.32 करोड़ रुपये रहा था। दिसंबर तिमाही में कंपनी का रेवेन्यू सालाना आधार पर बढ़कर 4,641.6 करोड़ रहा है जो एक साल पहले की समान तिमाही में 4,075.75 करोड़ रुपये था। बोर्ड आफ डायरेक्टर ने शेयरधारकों को 3 रुपये प्रति शेयर डिविडेंड देने का एलान किया है।
ब्रोकरेज हाउस आनंद राठी के अनुसार शेयर में अभी और ग्रोथ देखने को मिल सकती है। आनंद राठी ने शेयर के लिए 1,04,823 रुपये का लक्ष्य दिया है। ऐसा होता है तो यह पहली बार होगा कि घरेलू बाजार में किसी शेयर का भाव 5 अंकों में पहुंचा है। एमआरएफ देश का सबसे महंगा शेयर है। ब्रोकरेज हाउस के अनुसार FY21-23 के दौरान कंपनी के रेवेन्यू में 18% CAGR ग्रोथ दिख सकती है। वहीं अर्निंग में 23 फीसदी ग्रोथ आ सकती है। ब्रोकरेज के अनुसार FY22 में कंपनी के प्रोडक्शन में मजबूत रिकवरी देखने को मिलेगी और ओवरआल ग्रोथ सालाना आधार पर 25 फीसदी रह सकती है।