अब बजट के भरोसे चलेगा शेयर बाजार, इस हफ्ते में ही 50 हजार को छू सकता है सेंसेक्स
मुंबई- तेजी में चल रहा भारतीय शेयर बाजार इस हफ्ते 50 हजार के आंकड़े को छू सकता है। मंगलवार को यह 49,500 के ऊपर कारोबार कर रहा था। जबकि निफ्टी 14,500 के ऊपर है। यहां से बाजार की तेजी बजट के भरोसे होगी। फिलहाल बजट को लेकर काफी पॉजिटिव उम्मीदें हैं। हालांकि इसी बीच पिछले साल जितने भी ब्रोकरेज हाउस ने सेंसेक्स और निफ्टी के लक्ष्य का अनुमान दिया था, वह अब गलत साबित होने जा रहा है।
अगर हम अनुमान की बात करें तो मोर्गन स्टेनली ने बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) के सेंसेक्स को 50 हजार का लक्ष्य दिया था। BNP पारिबा ने सेंसेक्स को 50,500 का लक्ष्य दिया था। इन दोनों ने इस लक्ष्य को दिसंबर 2021 के लिए दिया था। लेकिन सेंसेक्स अब 50 हजार से महज 500 अंक ही कम है।
इसी तरह नोमुरा ने निफ्टी का लक्ष्य 13,600 का दिसंबर 2021 के लिए दिया था। जबकि गोल्डमैन ने 14,100 का लक्ष्य दिसंबर 2021 के लिए दिया था। पर यह दोनों लक्ष्य इसी महीने में पार हो चुके हैं। निफ्टी फिलहाल 14,500 पर कारोबार कर रहा है। ऐसे में इस महीने में निफ्टी 14,700 से ऊपर जा सकता है। बता दें कि कोरोना से पिछले साल मार्च में शेयर बाजार में जबरदस्त गिरावट आई। पर पिछले 6 महीनों से बाजार में एकतरफा तेजी जारी है। घरेलू ब्रोकरेज फर्म कोटक सिक्योरिटीज का मानना है कि बाजार की तेजी जारी रह सकती है।
दिसंबर में इस फर्म ने सेंसेक्स को 46,000 का लक्ष्य दिया था, जो दिसंबर में ही हासिल हो गया। बाजार की तेजी में लिक्विडिटी की अहम भूमिका है। इसके अलावा कई और कारण हैं। एक तो बजट है। दूसरे कोरोना की वैक्सीन भी अगले हफ्ते से संभव है। ऐसे में आर्थिक गतिविधियों में और तेजी आएगी। इससे बाजार को मजबूती मिलती रहेगी। कोटक सिक्योरिटीज के फंडामेंटल रिसर्च प्रमुख रस्मिक ओझा ने कहा कि बाजार में खरीदारी जारी रहने के आसार हैं। क्योंकि नए साल की पहली तिमाही में बजट जैसा बड़ा इवेंट है। सबकी नजरें केंद्रीय बैंकों के रुख पर होंगी।
दूसरी ओर बाजार के जानकारों को शेयरों में आई एकतरफा तेजी के बाद वैल्यूएशन की चिंता सता रही है। बाजार और वास्तविक अर्थव्यवस्था के बीच का फर्क बढ़ रहा है। अर्थव्यवस्था में इस साल करीब 7.5% की गिरावट का अनुमान है। ओझा ने कहा कि निकट भविष्य के लिहाज से शेयर महंगे नजर आ सकते हैं। मगर एक-साल का नजरिया रखने वाले निवेशकों को ज्यादा चिंतित नहीं होना चाहिए। विश्लेषकों का कहना है कि बजट के अलावा करेंसी, कच्चे तेल की कीमत, कोरोना वैक्सीन, महंगाई दर और ब्याज दरों में बदलाव बाजार को प्रभावित कर सकते हैं। कोटक सिक्योरिटीज के सीईओ जयदीप हंसराज ने कहा कि बाजार की हालिया तेजी में टॉप-10 शेयरों की हिस्सेदारी काफी अहम रही है।
विदेशी निवेशकों ने साल 2020 में करीब 20 अरब डॉलर का निवेश किया है। इस साल के अभी तक के कारोबारी दिनों में भी इनका निवेश जारी है। पिछले हफ्ते तक 5 हजार करोड़ से ज्यादा का निवेश इक्विटी में हो चुका है। ब्रोकरेज हाउसों का मानना है कि इस साल यह निवेश 15-20 अरब डॉलर का हो सकता है।