आईपीओ में निवेश करते समय इन बातों पर दे ध्यान
मुंबई- 2020 से हमने बहुत कुछ सीखा और सबसे प्रमुख था अच्छी वित्तीय सेहत बनाए रखना। यह हमें मुश्किल समय में भी सशक्त बने रहने में सक्षम बनाता है। इससे हम किसी भी बाजार के अवसर का अधिकतम लाभ उठा सकते हैं। उदाहरण के लिए, बेंचमार्क सूचकांकों में पिछले साल अपने निचले स्तर की तुलना में 80% से अधिक वृद्धि हुई है। कई शेयरों में कई गुना वृद्धि हुई जबकि कुछ में 70 गुना और उससे अधिक की वृद्धि हुई। लेकिन आपको आगे कैसे जाना चाहिए? आपकी रणनीति क्या होनी चाहिए?
2021 में प्रवेश कर रहे हैं तो निवेश के लिए इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (आईपीओ) सबसे अच्छा विकल्प है। आईपीओ क्या है और आपको उनके संबंध में किस तरह फैसले लेना चाहिए इस बारे में जानकारी दे रहें हैं एंजल ब्रोकिंग लिमिटेड के एवीपी-मिड कैप्स श्री अमरजीत मौर्य।
आईपीओ क्या है?:
इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग, जिसे लोकप्रिय रूप से आईपीओ के रूप में जाना जाता है, तब होता है जब किसी कंपनी को धन जुटाने की आवश्यकता होती है। यह अपने कुछ शेयरों को ’सार्वजनिक’ निवेश के लिए जारी करती है जिन्हें ’इश्यू प्राइज’ पर खरीदा जाता है। धन जुटाने की यह प्रक्रिया व्यवसाय को विस्तार देने से लेकर अन्य रणनीतिक पहलों तक किसी भी चीज के लिए हो सकती है। कंपनी अपने ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (डीआरएचपी) में ऐसे सभी विवरणों को प्रकट करती है, जो नियामक (सेबी) को प्रस्तुत किया गया एक इनिशियल रजिस्ट्रेशन दस्तावेज है।
डीआरएचपी कंपनी की वित्तीय स्थिति और व्यवसाय की संभावनाओं से लेकर उसकी देनदारियों तक सब कुछ समझाती है और यह भी बताती है कि वह पैसा क्यों जुटाना चाहती है। कोई भी इच्छुक निवेशक इसे पढ़कर अपना मन बना सकता है।
क्या आईपीओ लाभदायक होते हैं?:
आईपीओ को निवेशक दो निवेश क्षितिज के साथ देखते हैं, अर्थात् शॉर्ट टर्म और लॉन्ग टर्म परिप्रेक्ष्य के साथ। यद्यपि शॉर्ट टर्म में इंसेटिव होता है, किसी भी नए निवेशक को लॉन्ग टर्म आउटलुक के साथ बड़ी तस्वीर पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। लेकिन आईपीओ कितने अच्छे हैं? इसका जवाब डेटा के वॉल्युम में मिलता है।
पिछले 3 महीनों में भारत में 9 आईपीओ आए हैं। हाल ही में आए कुछ आईपीओ में एंटोनी वेस्ट हैंडलिंग सेल, मिसेज़ बेक्टर्स फूड स्पेशलिटी, बर्गर किंग इंडिया और ग्लैंड फार्मा शामिल हैं।
नवंबर में आया ग्लैंड फार्मा (इश्यू प्राइज: 1,500 रुपए) वर्तमान में 2,400 रुपए से अधिक पर कारोबार कर रहा है, जबकि दिसंबर में आया बर्गर किंग (इश्यू प्राइजः 60 रुपए) इस समय 170 रुपए से अधिक पर कारोबार कर रहा है। मिसेज बेक्टर फूड स्पेशलिटी (इश्यू प्राइजः 288 रुपए) वर्तमान में 460 रुपए से अधिक पर कारोबार कर रहा है।
इसके बाद भी आपको उचित विश्लेषण किए बिना अपना पैसा सिर्फ आईपीओ में नहीं डालना चाहिए। ऐसा इसलिए है क्योंकि इसकी एक उलट तस्वीर भी है। उदाहरण के लिए, नेट पिक्स शॉर्ट्स डिजिटल मीडिया (इश्यू प्राइजः 30 रुपए) ने प्रभावी रूप से अपने निवेशकों को शून्य रिटर्न दिया है और यह 30 रुपए के स्तर के आसपास ही कारोबार कर रहा है। इसी तरह, अक्टूबर का बोधी ट्री मल्टीमीडिया (इश्यू प्राइजः 95 रुपए) का शेयर 96 रुपए के शिखर को छूने के बाद 77.50 रुपए पर कारोबार कर रहा है।
तब आपको क्या करना चाहिए?:
यदि आप शेयर बाजारों में पूरी तरह से नए हैं, तो सुनिश्चित करें कि आप आगामी आईपीओ पर जितना संभव हो सके पढ़ लें। डीआरएचपी को पढ़ना सीखें। आपको उस कंपनी के बिजनेस मॉडल को पूरी तरह से समझना चाहिए जिसमें आप निवेश करने की योजना बना रहे हैं।
अत्याधुनिक ब्रोकरों की मदद लें क्योंकि वे अपने डेटा-संचालित कार्यप्रणाली के साथ आईपीओ-केंद्रित सलाह जारी करते हैं। यह आपको प्रासंगिक मैट्रिक्स के साथ स्पष्टता प्रदान करेगा। आपको विशेष रूप से आईपीओ के दूसरे दिन सब्स्क्रिप्शन रेट की जांच करनी चाहिए। यदि सब्स्क्रिप्शन अच्छा है, तो इसमें शानदार रिटर्न मिलने की संभावना है। एक अच्छे सब्स्क्रिप्शन का मतलब है कि आईपीओ या तो ओवरसब्सक्राइब हो गया है या ओवरसब्सक्राइब होने के कगार पर है।
कुल मिलाकर, यह अभ्यास आपको बुनियादी बातों को लेकर मजबूत समझ के साथ इक्विटी बाजार का जानकार बनने में मदद करेगा। सूचीबद्ध शेयरों की तुलना में आईपीओ का प्राइज एक्शन (स्टॉक की कीमत जिस तरह बढ़ेगी) समझने में अपेक्षाकृत आसान है। आप किसी कंपनी के पक्ष में काम करने वाले कारकों की पहचान करने और सही मूल्य और अटकलों के बीच का अंतर समझने में सक्षम होंगे। सबसे अच्छी बात यह है कि आप व्यापार करना सीखते हुए तगड़ा लाभ कमा रहे हैं।
याद रखें, दुनियाभर के शेयर बाजारों ने केवल पिछले वित्तीय समय में सबसे ज्यादा बढ़ोतरी की है और सबसे भयानक वित्तीय मंदी के बाद भी उच्च स्तर पर है। अब आप जब इतना समझ चुके हैं तो आईपीओ निवेश को नए साल के संकल्पों में शामिल भी कर सकते हैं।