PPF, NSC और पोस्ट ऑफिस की स्कीम की ब्याज दरों में चौथी तिमाही में नहीं होगी कटौती

मुंबई– सुरक्षित निवेश करने वाले निवेशकों के लिए खुशखबरी है। PPF, NSC और पोस्ट ऑफिस जैसी स्माल सेविंग स्कीम की ब्याज दरों में चौथी तिमाही में कोई कटौती नहीं होगी। यानी जनवरी से मार्च के दौरान आपको वही ब्याज दर मिलेगी, जो अभी मिल रही है। यह उन निवेशकों के लिए खुशखबरी है जो सुरक्षित निवेश या फिक्स्ड इनकम में भरोसा करते हैं।  

यह लगातार तीसरी तिमाही है जब सरकार ने ढेर सारी छोटी स्कीम्स की ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं करने का फैसला किया है। गुरुवार को जारी सर्कुलर में वित्त मंत्रालय ने कहा कि PPF पर निवेशकों को 7.19% की दर से ब्याज मिलेगा। जबकि NSC पर 6.8% की दर से ब्याज मिलेगा। इसी तरह सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) पर भी सरकार ने पुरानी ब्याज दर यानी 7.6% को बरकरार रखा है। इसके अलावा पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट और सीनियर सिटिजन सेविंग्स स्कीम (SCSS) पर भी पुरानी ब्याज दरें मिलती रहेंगी। स्मॉल सेविंग स्कीम में सबसे ज्यादा ब्याज दर फिलहाल सुकन्या योजना पर ही मिल रहा है।  

PPF- यह लंबी अवधि के लिए सबसे लोकप्रिय स्कीम है। इसकी मैच्योरिटी 15 साल की है। निवेशक हालांकि 5 साल के बाद कुछ रकम निकाल सकता है। वह चाहे तो इसे 15 साल के बाद भी बढ़ा सकता है। इसमें कम से कम 500 रुपए सालाना जमा करना होता है।  

SCSS- वे निवेशक जो 60 साल से ज्यादा की उम्र के हैं वे इसमें 15 लाख रुपए तक सालाना जमा कर सकते हैं। इस पर तिमाही आधार पर नियमित ब्याज दर मिलता है। इस पर 7.4 पर्सेंट ब्याज मिलता है।  

SSY- इसमें एक परिवार अधिकतम 2 खाते खोल सकता है। यानी आप अपनी दो बच्चियों के लिए ही इस योजना का लाभ ले सकते हैं। इसमें छोटी स्कीम में सबसे ज्यादा ब्याज मिलता है।  

पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट- आप पोस्ट ऑफिस में 1,2,3 या पांच साल के लिए खाता खोल सकते हैं। यह बैंकों की फिक्स्ड डिपॉजिट की तरह है। इसमें 5.5 पर्सेंट का ब्याज मिलता है। पांच साल की डिपॉजिट पर 6.7 पर्सेंट ब्याज मिलता है।   

स्माल सेविंग स्कीम की ब्याज दरों की हर तिमाही समीक्षा होती है। इन योजनाओं की ब्याज दरें तय करने का फॉर्मूला श्यामला गोपीनाथ समिति ने दिया था। समिति ने सुझाव दिया था कि इन स्कीम की ब्याज दरें समान मैच्योरिटी वाले सरकारी बांड के यील्ड  से 0.25-1.00 फीसदी ज्यादा होनी चाहिए। 

लघु बचत योजनाओं की ब्याज दरें नहीं बदलने से बचतकर्ताओं को बड़ी राहत मिली है। आरबीआई की मुख्य ब्याज दर में भारी गिरावट के बाद बैंकों ने भी एफडी पर ब्याज घटा दिया है। कुछ एफडी की ब्याज दर तो कुछ बचत खाते की ब्याज दर से भी कम हो गई है। बैंकों के सेविंग्स अकाउंट्स की ब्याज दर में भी काफी कमी आई है। 

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