S&P500 की हर कंपनी के बोर्ड में एक महिला, NSE में 77 कंपनियों में कोई भी महिला बोर्ड में नहीं
मुंबई– साल 2020 बीतते-बीतते महिला पेशेवरों के लिए अच्छी खबर है। अब S&P500 की हर कंपनी बोर्ड में कम से एक महिला बैठी है। साथ ही नए डायरेक्टर्स के क्लास में आने वाली 47 पर्सेंट महिलाएं हैं। ऐसा पहली बार हुआ है। उधर भारत में नेशनल स्टॉक एक्सचेंज में लिस्टेड कंपनियों में से 77 कंपनियों में कोई भी महिला डायरेक्टर नहीं है।
S&P500 के आंकड़ों के मुताबिक, इतना लीड लेने के बावजूद महिलाएं अभी भी कुल S&P 500 बोर्ड डायरेक्टर्स का 28% का ही प्रतिनिधित्व करती हैं। अधिकांश बोर्ड ने लैंगिक समानता हासिल (gender parity) की है। इसका अर्थ है कि वहां पुरुषों और महिलाओं की एक समान संख्या है और कुछ बोर्ड में पुरुषों की तुलना में अधिक महिलाएं हैं। इनमें प्रोक्टर एंड गैंबल (पीजी), बेस्ट बाय (BBY), Etsy (ETSY), ओमनीकॉम (ओएमसी) और जनरल मोटर्स (जीएम) शामिल हैं।
दो साल पहले, कैलिफोर्निया ने एक अनिवार्य कानून पारित किया है कि सरकारी कंपनी को अपने बोर्ड पर महिलाओं की कम से कम एक संख्या सुनिश्चित की जाए। तब से कई अन्य राज्यों में स्थित कंपनियों ने महिला निदेशकों को अपने बोर्डों पर रिपोर्टिंग करना शुरू कर दिया है।
भारत में दो स्टॉक एक्सचेंज हैं। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE)। BSE में कुल 5 हजार के करीब कंपनियां लिस्ट हैं। जबकि NSE में मार्च 2020 तक कुल 1,795 कंपनियां लिस्ट थीं। NSE के आंकड़ों के मुताबिक उसकी लिस्टेड कंपनियों में कुल 2,533 महिलाएं बोर्ड में हैं। इसमें से 77 कंपनियां ऐसी हैं जिनमें एक भी महिला बोर्ड में नहीं है।
इसी तरह स्वतंत्र निदेशक महिलाओं की संख्या 1727 है। सेबी के लिस्टिंग एग्रीमेंट के क्लॉज 49 के तहत हर उन लिस्टेड कंपनियों को अपने बोर्ड में कम से कम एक महिला डायरेक्टर को नियुक्त करना है जिनका पेड अप शेयर कैपिटल 100 करोड़ रुपए या 300 करोड़ रुपए या इससे ज्यादा टर्नओवर है। इसे मार्च 2020 तक पूरा करना था।