क्रिकेटर बनने के चक्कर में मौत के करीब पहुंचे, आज 16 अरब डॉलर के मालिक हैं उदय कोटक

मुंबई- हो सकता है कि अगर क्रिकेट खेलने के दौरान हादसा न होता तो उदय कोटक आज एक सफल क्रिकेटर भी होते। पर शायद उनकी किस्मत में क्रिकेट का करियर नहीं था। वे क्रिकेट में भले सफल नहीं हो पाए, पर आज दुनिया के सबसे अमीर बैंकर्स में हैं। वे 16 अरब डॉलर के मालिक हैं। उदय कोटक को गुरुवार को ही भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने अगले 3 साल तक के लिए फिर से प्रबंध निदेशक (MD) एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) की नियुक्ति को मंजूरी दे दी।  

जब मौत से बचे  

20 साल की उम्र में जब उदय कोटक क्रिकेट खेल रहे थे, उसी समय उनके सिर से गेंद आकर टकरा गई। बुरी तरह चोट लगने के बाद उनकी मुश्किल सर्जरी की गई। इसके बाद उनकी जान बची। इस घटना के बाद ही उन्होंने क्रिकेट में करियर बनाने के अपने सपने को छोड़ दिया। मार्केट कैप के लिहाज से कोटक महिंद्रा देश की टॉप 10 कंपनियों में है। कोरोना की महामारी में भी बैंक पर कोई असर नहीं हुआ। जून की तिमाही में इसका शुद्ध लाभ 1,244 करोड़ रुपए रहा जो सितंबर की तिमाही में करीबन 90% बढ़कर 2,184 करोड़ रुपए हो गया।  

कॉटन ट्रेडिंग का बिजनेस किया  

क्रिकेट से हटने के बाद कोटक ने कॉटन ट्रेडिंग बिजनेस में कुछ समय बिताया। फिर मुंबई से उन्होंने एमबीए किया और 26 साल की उम्र में फाइनेंस की शुरुआत की। ब्लूमबर्ग बिलियनेयर्स इंडेक्स के अनुसार, उदय कोटक के पास 16 अरब डॉलर की संपत्ति है। कोटक महिंद्रा जैसे बैंक के MD 61 वर्षीय उदय कोटक की रणनीति का ही परिणाम है कि बैंक अच्छा काम कर रहा है।  

गुजरात के रहने वाले उदय कोटक ने 1985 में दोस्तों से 30 लाख रुपए उधारी लेकर इन्वेस्टमेंट कंपनी की शुरुआत की थी। बाद में उन्होंने महिंद्रा ग्रुप के साथ एक एग्रीमेंट किया। इसी एग्रीमेंट के बाद इस इन्वेस्टमेंट कंपनी ने अपना आगे विस्तार किया। इसमें बैंकिंग, बीमा, म्यूचुअल फंड और लोन देने का काम किया। 2003 में RBI ने इसे बैंक का लाइसेंस दे दिया और इसी के बाद कोटक महिंद्रा बैंक की शुरुआत हुई।  

कोटक महिंद्रा बैंक ने खतरनाक सेक्टर में लोन देने से परहेज किया। अच्छी कंपनियों को लोन दिया। गवर्नेंस पर फोकस किया। यही कारण है कि बैंक पर निवेशकों का फोकस रहा है। मार्च में इसके शेयर का भाव 1000 रुपए था। गुरुवार को ही यह एक साल के ऊपरी स्तर पर पहुंच गया। यानी 1968 रुपए पर पहुंच गया था। इसका मार्केट कैप (M-Cap) कल 3.87 लाख करोड़ रुपए हो गया था। आज यह 3.83 लाख करोड़ रुपए है।  

दुनिया के स्मार्ट बैंकर 

महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिंद्रा कहते हैं कि जहां तक मेरा मानना है कि दुनिया का सबसे अमीर बैंकर बनना उदय की सिर्फ एक विशेषता है। दरअसल वह दुनिया के सबसे स्मार्ट बैंकर हैं। महिंद्रा ने कहा कि सबसे जरूरी बात यह है कि उदय को इस बात की समझ है कि बैंक की सफलता के लिए कौन सी चीजें जरूरी हैं। इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि कोटक समझ गए हैं कि क्या चीज एक बैंक को बनाती है और उन्हें पता है कि सिर्फ अच्छी खासी रणनीति ही नहीं बल्कि अजेय शासन (unassailable governance) भी जरूरी होता है। 

कोटक महिंद्रा बैंक हालांकि खुद को ढालने में सफल रहा। इसने छोटी और मझोली कंपनियों और असुरक्षित व्यक्तियों को कर्ज देना कम कर दिया। इसका बैड लोन अनुपात 2020 में बढ़ा है, पर यह बाकी बैंकों की तुलना में काफी कम है। मार्केट कैपिटलाइजेशन के लिहाज से यह देश का दूसरा सबसे बड़ा बैंक है। 

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