कोटक म्यूचुअल फंड के ईएसजी को मिला 1,450 करोड़ रुपए
मुंबई– कोटक म्यूचुअल फंड के ईएसजी एनएफओ में 1,450 करोड़ रुपए का निवेश आया है। कंपनी के एमडी निलेश शाह ने एक ट्वीट के जरिए यह जानकारी दी है। बता दें कि हाल में कोटक म्यूचुअल फंड ने ईएसजी थीम पर आधारित एनएफओ लाया था।
जानकारी के मुताबिक यह 1,450 करोड़ रुपए 49 हजार से ज्यादा निवेशकों ने लगाया है। यह इसलिए संभव हुआ क्योंकि 8000 पार्टनर्स ने इसके लिए मदद किया। देश में अब तक 6 म्यूचुअल फंड्स हाउस ने इस थीम पर एनएफओ लांच किया है। ऐतिहासिक रूप से ईएसजी वाली कंपनियों में कम जोखिम होता है। उनके पास बेहतर ऑपरेशनल प्रदर्शन और बेहतर रिटर्न जनरेट करने की क्षमता होती है। संस्थागत निवेशकों से लेकर रिटेल निवेशक के निवेश निर्णय में नॉन फाइनेंशियल जोखिम पर विचार चल रहा है। इस एनएफओ में कम से कम 500 रुपए का निवेश कर सकते हैं। इसमें एकमुश्त या एसआईपी भी कर सकते हैं। यह फंड उन लोगों के लिए सही है जो लंबी अवधि में अपने निवेश में बढ़त चाहते हैं।
महामारी के बाद ईएसजी निवेश के फैसले में बदलाव आया है। यह उनकी सोच में एक महत्वपूर्ण बदलाव है। भारत में यह कांसेप्ट अभी बहुत ही शुरुआती चरण में है। यह अभी तक पूरी तरह स्पष्ट नहीं है। जबकि वैश्विक स्तर पर यह स्थापित कांसेप्ट है। यह स्कीम पर्यावरण, सामाजिक और प्रशासनिक क्षेत्रों में काम करनेवाली कंपनियों के शेयरों में निवेश करेगी। इसके लिए मजबूत ईएसजी स्कोर वाली कंपनियों को चुनेगी। उसमें कुल पोर्टफोलियो का 80 से 100 प्रतिशत तक निवेश करेगी। यानी आप 100 रुपए लगाएंगे तो उसमें से 80 या 100 रुपए इस थीम में निवेश किया जाएगा।
दरअसल पूरी दुनिया में इस समय पर्यावरण को लेकर बातें हो रही हैं। सोशल में लोग दिलचस्पी ले रहे हैं। प्रशासन हर सेक्टर में एक प्रमुख डिपार्टमेंट है। यह सभी ऐसे सेगमेंट हैं, जिनकी मांग हमेशा रहती है। आगे भी इनकी मांग अच्छी रहेगी। इसीलिए इस सेक्टर को चुना गया है। यह सेक्टर हर किसी की पहुंच वाला है और हर किसी से इसका रिश्ता है। इनसे संबंधित कंपनियों के शेयरों में अच्छी मांग दिखेगी। ईएसजी कंपनियां बेहतर ग्रोथ प्रदर्शित करती हैं जो निवेशकों की पूंजी में बढ़त करती हैं। साथ ही मंदी के समय में बेहतर फ्लैक्सिबल प्रदर्शित कर सकती हैं। भारत में ईएसजी शुरुआती चरण में है और आगे इसमें काफी संभावनाएं है। जबकि वैश्विक स्तर पर, रिस्पांसिबल इन्वेस्टिंग यानी ईएसजी आधारित निवेश कुछ समय से चल रहा है। निवेशक इसे स्वीकार रहे हैं। 2019 में इस फंड में 154 बिलियन डॉलर की राशि आई थी। 2009 में यह 21 अरब डॉलर था।