उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय को इंडिगो के खिलाफ मिलीं रिफंड की 100 शिकायतें
मुंबई- उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय को इंडिगो के टिकट रद्द होने से संबंधित 100 शिकायतें मिली हैं। इन्हें विमानन नियामक को भेज दिया गया है। उपभोक्ता मामलों की सचिव निधि खरे ने कहा, टिकट रद्द होने, रिफंड और मुआवजे से संबंधित ये शिकायतें राष्ट्रीय उपभोक्ता हेल्पलाइन पर प्राप्त हुई थीं। इन्हें सरकार के हवाई यात्रा शिकायत निवारण मंच एयर सेवा को भेज दिया गया है।
खरे ने कहा, हमें कई मामलों में आंशिक रिफंड की शिकायतें भी आ रही थीं, जिन्हें उपभोक्ता सही नहीं मानते थे। कुछ उपभोक्ताओं ने कनेक्टिंग फ्लाइट छूटने और अन्य समस्याओं के कारण मुआवजे की मांग भी की है। नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) और नागरिक उड्डयन मंत्रालय शिकायतों का निपटारा करेंगे। उनका विभाग उन मामलों पर नजर रखेगा जिनमें उपभोक्ता मुकदमा करना चाहते हैं। संभावित मुकदमेबाजी से संबंधित मामलों के लिए शिकायतों को सरकार के उपभोक्ता शिकायत पोर्टल ई-जागृति को भेज दिया गया है।
देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो को दिसंबर की शुरुआत में बड़े परिचालन संकट का सामना करना पड़ा। इसमें पायलटों के लिए नए ड्यूटी मानदंडों को लागू करने में योजना की कमी के कारण बड़े पैमाने पर उड़ानें रद्द हुईं। एक सप्ताह में 2,000 से अधिक उड़ानें रद्द हो गईं। इससे व्यस्त यात्रा सीजन के दौरान हजारों लोग फंस गए। खासकर मुंबई, हैदराबाद और दिल्ली जैसे शहरों के यात्री ज्यादा प्रभावित हुए। इस वजह से नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने इंडिगो के शीतकालीन उड़ान कार्यक्रम में 10 प्रतिशत की कटौती की और हवाई टिकटों की कीमतों में भारी वृद्धि को रोकने के लिए हवाई किराए पर सीमा भी लगाई।

