चालू वित्त वर्ष में 73 कंपनियों ने सेबी के पास आईपीओ का जमा किया मसौदा
मुंबई- चालू वित्त वर्ष में अब तक कुल 70 कंपनियों ने प्रारंभिक सार्वजनिक निर्गम यानी आईपीओ लाने के लिए बाजार नियामक सेबी के पास मसौदा जमा कराया है। जबकि जनवरी से कुल 120 कंपनियों ने मसौदा जमा कराया है। यह सभी मिलकर 1.60 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा की रकम जुटाएंगी।
नियमों के मुताबिक, कंपनियों को मसौदा जमा कराने के एक साल के भीतर आईपीओ लाना होता है। भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड यानी सेबी के मुताबिक, अप्रैल में 24 कंपनियों ने मसौदा जमा कराया। मई में 17, जून में 18 और जुलाई में 14 कंपनियों ने मसौदा जमा कराया। इसमें सर्वाधिक रकम जुटाने वाली कंपनियों में मीशो 4,250 करोड़, पाइन लैब 6,000 करोड़, आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल म्यूचुअल फंड 10,000 करोड़ और क्रेडिला 5,000 करोड़ रुपये जुटाएगी।
इस साल मुख्य प्लेटफॉर्म पर 26 कंपनियों ने बाजार से 48,234 करोड़ जुटाए हैं। अगले हफ्ते दो और कंपनियां करीब 4,000 करोड़ जुटाएंगी। इस तरह कुल रकम 52,000 करोड़ के पार हो जाएगी। इस साल अब तक जो भी इश्यू आए हैं, उनमें बड़े आईपीओ से खुदरा निवेशकों ने दूरी बना ली है। 800 करोड़ से ऊपर वाले इश्यू देखें तो कल्पतरू में खुदरा निवेशकों का हिस्सा केवल 0.76 फीसदी भरा। एलनबैरी मे 2.91 फीसदी, ओसवाल पंप में खुदरा का हिस्सा 3.60 गुना व एजिस में केवल 0.81 फीसदी हिस्सा भरा।
क्राईजैक का शेयर बुधवार को एक्सचेंज पर इश्यू भाव 245 की तुलना में 15 फीसदी बढ़कर 280 रुपये पर सूचीबद्ध हुआ। कंपनी ने 860 करोड़ जुटाए हैं। स्मार्टवर्क 387 से 407 रुपये के भाव पर बृहस्पतिवार को बाजार में उतरेगी। एंथम बायोसाइंसेस 540-570 रुपये के भाव पर 14 जुलाई को बाजार में उतरेगी।
छोटी और मझोली कंपनियों के आईपीओ में खुदरा निवेशकों की दिलचस्पी बनी हुई है। गुजरात की क्रायोजनिक ओजीएस के इश्यू में निवेशकों ने 8,220 करोड़ रुपये की बोली लगाई है जबकि कंपनी को केवल 17.77 करोड़ रुपये जुटाने थे। कंपनी ने 37.80 लाख शेयर जारी किए थे और इसके एवज में उसे 175 करोड़ शेयरों के लिए बोली मिली। क्रायोजनिक ओजीएस का आईपीओ तीन जुलाई से सात जुलाई तक खुला था। अंतिम दिन कुल 695 गुना सब्सक्रिप्शन मिला। खुदरा निवेशकों का हिस्सा 774 गुना जबकि गैर संस्थागत निवेशकों ने अपने हिस्से के लिए 1,155 गुना बोली लगाई। क्वालीफाइड इंस्टीट्यूशनल निवेशकों ने 209 गुना बोली लगाई। कुल 1.91 लाख आवेदन मिले।
गोला-बारूद के पूर्जे व रक्षा उपकरणों से संबंधित कारोबार में शामिल एसएमपीपी 4,000 करोड़ जुटाएगी। इसे भारतीय सेना 300 करोड़ रुपये से अधिक के दो ऑर्डर मिले हैं। कंपनी सेना को 27,700 बुलेटप्रूफ जैकेट्स और 11,700 आधुनिक बैलिस्टिक हेलमेट्स की आपूर्ति करेगी। उत्पादों की आपूर्ति में महत्वपूर्ण सुरक्षा मानकों पर ध्यान केंद्रित करते हुए एसएमपीपी विश्वसनीय ब्राण्ड बन गई है। कंपनी के चेयरमैन एवं एमडी डॉ. शिव चंद कंसल ने कहा, हम उन लोगों की सुरक्षा के दृष्टिकोण के साथ कारोबार करते हैं, जो हमारी सुरक्षा के लिए तत्पर हैं। हम भारतीय सुरक्षा बलों को आधुनिक तकनीक से युक्त समाधान उपलब्ध कराने के लिए प्रयासरत हैं।