गूगल पे के जरिये कर रहे हैं पेमेंट तो जान लीजिए, 36 पर्सेंट देना होगा ब्याज

मुंबई- Google Pay के जरिए पर्सनल लोन लेना कई लोगों के लिए सुविधाजनक विकल्प बन रहा है, लेकिन इसके फायदे और नुकसान दोनों हैं। इसके अलावा, कुछ छिपी हुई लागत भी हो सकती हैं, जिन्हें समझना जरूरी है।

लोन लेने की प्रक्रिया और सुविधा Google Pay के जरिए पर्सनल लोन लेना बेहद आसान है। आमतौर पर, लोन की मंजूरी कुछ ही मिनटों में मिल जाती है, बशर्ते आपका क्रेडिट स्कोर अच्छा हो और डॉक्यूमेंट्स पूरे हों। अभी Google Pay 10,000 रुपये से लेकर 8 लाख रुपये तक के पर्सनल लोन ऑफर करता है, जिसकी ब्याज दरें 10.99% से शुरू होकर 36% तक जा सकती हैं।

हालांकि Google Pay के जरिए लोन लेना आसान है, लेकिन इसके कुछ नुकसान भी हैं। सबसे बड़ा जोखिम है ऊंची ब्याज दरें। कई NBFC जो Google Pay के साथ साझेदारी करते हैं, वे अन्य बैंकों की तुलना में ज्यादा ब्याज वसूलते हैं, खासकर अगर आपका क्रेडिट स्कोर कम है। इसके अलावा, लोन की अवधि छोटी होने पर मासिक किस्त (EMI) ज्यादा हो सकती है, जो आपके मासिक बजट पर दबाव डाल सकती है।

एक और बात ध्यान देने वाली है कि Google Pay खुद लोन नहीं देता, बल्कि वह एक प्लेटफॉर्म है जो आपको लेंडर्स से जोड़ता है। इसलिए, लोन के नियम और शर्तें उस वित्तीय संस्थान पर निर्भर करती हैं, जिसके साथ आप लोन ले रहे हैं। अगर आप नियम और शर्तें ठीक से नहीं पढ़ते, तो बाद में परेशानी हो सकती है।

Google Pay के जरिए लोन लेते समय कुछ छिपी लागतें भी हो सकती हैं, जिन्हें अक्सर लोग अनदेखा कर देते हैं। कई लोन ऑफर में प्रोसेसिंग फीस, समय से पहले भुगतान का शुल्क (प्री-पेमेंट चार्ज), और देर से भुगतान की पेनल्टी शामिल हो सकती है। प्रोसेसिंग फीस लोन राशि का 1-3% तक हो सकती है, जिसे लोन स्वीकृत होने से पहले काट लिया जाता है। यदि आप लोन को समय से पहले चुकाना चाहते हैं, तो कुछ लेंडर्स अतिरिक्त शुल्क वसूल सकते हैं।

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