रेलवे टिकट महंगे होने से आईटीआर तक जुलाई से ये होंगे अहम बदलाव
मुंबई- लंबी दूरी के रेलवे टिकट जहां एक जुलाई से महंगे होंगे, वहीं दूसरी ओर, आयकर रिटर्न भरने की तारीख भी बढ़ा दी गई है। इसके अलावा विभिन्न बैंकों के क्रेडिट कार्ड से जुड़े नियम भी लागू हो जाएंगे। इन सबसे आप पर भी वित्तीय असर पड़ने की संभावना है।
रेलवे विभाग ने नॉन एसी और एसी क्लास दोनों के ही टिकट का दाम बढ़ाने का फैसला किया है। नॉन एसी के टिकट का दाम प्रति किलोमीटर एक पैसा और एसी क्लास के दो पैसा बढ़ाए गए हैं। हालांकि, 500 किलोमीटर तक की यात्रा के लिए सेकंड क्लास ट्रेन टिकट की कीमतों में कोई बदलाव नहीं होगा। यह नियम 1,000 किलोमीटर से ज्यादा की दूरी पर लागू होगा।
अब तत्काल टिकट सिर्फ उन्हीं यात्रियों को मिलेगा जिनका आईआरसीटीसी अकाउंट आधार से लिंक है। जुलाई से ओटीपी आधारित प्रमाणीकरण जरूरी होगा, जो आधार से जुड़े मोबाइल नंबर पर आएगा। रेलवे एजेंट तत्काल बुकिंग शुरू होने के पहले 30 मिनट तक टिकट नहीं बुक कर पाएंगे।
पैन कार्ड के लिए आवेदन करने पर अब आधार कार्ड अनिवार्य होगा। आधार नहीं है, तो पैन कार्ड नहीं बनवा सकेंगे। जिनके पास पहले से पैन कार्ड है, उन्हें भी 31 दिसंबर, 2025 तक पैन को आधार से लिंक कराना होगा। ऐसा नहीं करने पर पैन एक जनवरी, 2026 से इनएक्टिव हो जाएगा।
सीबीडीटी ने ने आकलन वर्ष 2025-26 के लिए आयकर रिटर्न दाखिल करने की समय सीमा 31 जुलाई से बढ़ाकर 15 सितंबर कर दी है। वेतनभोगी व्यक्तियों को रिटर्न दाखिल करने के लिए और 46 दिन मिलेंगे। हालांकि, 15 सितंबर तक इंतजार करने के बजाय तुरंत प्रक्रिया शुरू कर सकते हैं।
जीएसटी रिटर्न दाखिल करने में देरी या गलतियों पर सख्त कार्रवाई होगी। जीएसटीआर-3बी फॉर्म बिना संशोधन वाला होगा। यानी इसमें टैक्स विवरण जीएसटीआर-1, 1ए से स्वतः भर जाएगा और करदाता खुद संशोधित नहीं कर सकेंगे। यह बदलाव कर व्यवस्था में पारदर्शिता के उद्देश्य से लागू किया जा रहा है।
सरकार लघु बचत योजनाओं पर ब्याज दरों की घोषणा 30 जून को करेगी। इसमें अगर कोई बदलाव होता है तो वह एक जुलाई से 30 सितंबर तक लागू रहेगा। इस बार इन योजनाओं की ब्याज दर में कमी की संभावना है, क्योंकि आरबीआई ने ब्याज दरों में हाल में एक फीसदी की कटौती की है।
कोटक, एक्सिस, आईसीआईसीआई और एचडीएफसी सहित कई बैंक अपने बचत खाते की ब्याज दरों, एटीएम से तय समय से ज्यादा मासिक निकासी पर ज्यादा शुल्क और क्रेडिट कार्डों के फीस में बदलाव किए हैं। इससे इन सभी के ग्राहकों की जेब पर असर होगा।