छोटे निर्यातकों की मांग, अमेरिकी सामान पर आयात शुल्क कम करे भारत

मुंबई- भारत के छोटे इंजीनियरिंग सामान निर्यातकों ने सरकार से कुछ अमेरिकी सामानों पर आयात शुल्क में कटौती करने की मांग की है। 12 मार्च से प्रभावी स्टील और एल्यूमीनियम आयात पर 25 फीसदी अमेरिकी शुल्क ने भारतीय निर्यातकों की घटते ऑर्डर और बढ़ती लागत को लेकर चिंताएं बढ़ा दी हैं।

इंजीनियरिंग निर्यात संवर्धन परिषद के अध्यक्ष पंकज चड्ढा ने कहा, भारत के 20 अरब डॉलर के वार्षिक इंजीनियरिंग सामान निर्यात में से लगभग 7.5 अरब डॉलर मूल्य के निर्यात प्रभावित हो सकते हैं। इस तरह के टैरिफ कम करने से ट्रंप प्रशासन अनुकूल शर्तें पेश करने और प्रस्तावित द्विपक्षीय व्यापार समझौते पर आगे बढ़ने के लिए प्रेरित हो सकता है।

वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल व्यापार वार्ता के लिए इस समय अमेरिका में हैं। उनका उद्देश्य प्रस्तावित व्यापार समझौते के हिस्से के रूप में संभावित टैरिफ कटौती पर बातचीत करना और ट्रंप के पारस्परिक टैरिफ के प्रभाव का आकलन करना है। चढ्ढा का कहना है कि भारत अमेरिकी स्टील स्क्रैप पर आयात शुल्क को 7.5 फीसदी से घटाकर लगभग शून्य कर सकता है। नट, कास्टिंग और फोर्जिंग पर शुल्क कम कर सकता है। चुनिंदा कृषि और विनिर्माण वस्तुओं पर रियायत दे सकता है।

निर्यातकों को यह भी डर है कि भारत द्वारा स्टील के आयात पर 14 फीसदी तक का सुरक्षा शुल्क लगाने की योजना से घरेलू कीमतें बढ़ेंगी और उनका मार्जिन कम हो जाएगा। जनवरी में अमेरिका को भारत का इंजीनियरिंग वस्तुओं का निर्यात पिछले वर्ष की तुलना में 18 फीसदी बढ़कर 1.62 अरब डॉलर हो गया। अप्रैल 2024 से जनवरी 2025 तक अमेरिका को इंजीनियरिंग निर्यात वार्षिक 9 फीसदी बढ़कर 15.6 अरब डॉलर हो गया।

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