हेल्थ इंश्योरेंस का प्रीमियम बढ़ने के कारण लोग नहीं करा रहे पॉलिसी रिन्यूअल

मुंबई- हेल्थ इंश्योरेंस का प्रीमियम बहुत बढ़ गया है। इस बढ़ोतरी के कारण कई लोगों को अपना बीमा बंद करना पड़ रहा है या फिर कम कवर वाला प्लान लेना पड़ रहा है। इस साल 10 में से 1 व्यक्ति ने अपना हेल्थ इंश्योरेंस रिन्यू ही नहीं कराया है। लगभग 10% लोगों का प्रीमियम 30% या उससे ज्यादा बढ़ गया है। इनमें से सिर्फ आधे लोगों ने ही पूरा प्रीमियम भरा है।

बीमा कंपनियों का कहना है कि क्लेम रेश्यो बिगड़ने की वजह से ऐसा हो रहा है। क्लेम रेश्यो मतलब जितना प्रीमियम इकट्ठा हुआ, उसमें से कितने का क्लेम किया गया। अगर ज्यादा क्लेम आते हैं तो कंपनियों को प्रीमियम बढ़ाना पड़ता है।

कुछ लोगों के प्रीमियम में बहुत ज्यादा बढ़ोतरी देखी गई है। ऐसा इसलिए क्योंकि हेल्थ इंश्योरेंस का प्रीमियम हर साल एक जैसा नहीं बढ़ता। यह कुछ समय के अंतराल पर अचानक बढ़ता है। बीमा कंपनियां हर तीन साल में मेडिकल महंगाई के हिसाब से अपने रेट बदलती हैं। मेडिकल महंगाई मतलब इलाज का खर्च बढ़ना। उम्र बढ़ने के साथ भी प्रीमियम बढ़ता है। बुजुर्ग लोगों के इलाज का खर्च ज्यादा होता है, इसलिए उनके प्रीमियम में भी ज्यादा बढ़ोतरी होती है।

पिछले 10 साल में 52% पॉलिसीहोल्डर्स के प्रीमियम में सालाना 5-10% की तेजी रही। इसका मतलब है कि अगर किसी का प्रीमियम 100 रुपये था तो 10 साल बाद वह 162-259 रुपये हो गया। 38% पॉलिसीहोल्डर्स की सालाना बढ़ोतरी 10-15% रही। यानी उनका 100 रुपये वाला प्रीमियम 259-404 रुपये हो गया। लेकिन 3% लोगों का प्रीमियम सालाना 15-30% की स्पीड से बढ़ा।

जिन लोगों के प्रीमियम में बहुत ज्यादा बढ़ोतरी हुई, उनकी संख्या बहुत कम है। हमें मेडिकल महंगाई को भी ध्यान में रखना होगा, जो लगभग 14% है, जबकि प्रीमियम में औसत बढ़ोतरी इससे काफी कम है। उनके मुताबिक 90% रिन्यूअल रेट पिछले साल से 10% ज्यादा है और यह लगातार बढ़ रहा है।

अगर प्रीमियम बढ़ता है और मैं उसे भरना नहीं चाहता, तो मेरे पास कम प्रीमियम वाला प्लान चुनने का विकल्प है। कई लोग पैसे बचाने के लिए डिडक्टिबल का विकल्प भी चुन रहे हैं। डिडक्टिबल का मतलब है कि एक निश्चित रकम तक का खर्च आपको खुद उठाना होगा, उसके बाद ही बीमा कंपनी भुगतान करेगी। मेडिकल महंगाई और नई तकनीक के अलावा, हेल्थ इंश्योरेंस का दायरा भी बढ़ रहा है, जिससे प्रीमियम पर असर पड़ रहा है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *