रतन टाटा के दोस्त शांतनु नायडू बोले, जहां से शुरू किया अब वहीं पहुंच गया

मुंबई- दिवंगत उद्योगपति रतन टाटा के अंतिम दिनों में साये की तरह उनके साथ दिखने वाले शांतनु नायडू को नई जिम्मेदारी दी गई है। उन्हें टाटा ग्रुप की ऑटो कंपनी टाटा मोटर्स में जनरल मैनेजर और स्ट्रैटजिक इनिशिएटिव्स का प्रमुख बनाया गया है।

नायडू ने बुजुर्गों की मदद के लिए 2021 में एक वेंचर Goodfellows शुरू किया था। इसमें रतन टाटा का भी निवेश था। साथ ही उन्होंने नायडू को एजुकेशन लोन भी दिया था। रतन टाटा में Goodfellows में अपनी हिस्सेदारी छोड़ दी थी। साथ ही उन्होंने अपनी वसीयत में नायडू का एजुकेशन लोन भी माफ कर दिया।

नायडू ने LinkedIn में लिखा, ‘मुझे यह बाता साझा करते हुए खुशी हो रही है कि मैं टाटा मोटर्स में जनरल मैनेजर, हेड- स्ट्रैटजिक इनिशिएटिव्स के तौर पर नई शुरुआत कर रहा हूं। मुझे याद है कि जब सफेद शर्ट और नेवी पेंट्स पहने मेरे पापा टाटा मोटर्स के प्लांट से आते थे तो मैं खिड़की पर उनकी राह देखता था। जिंदगी जहां से चली थी फिर वहीं आ गई।’ 2014 में सावित्री फुले पुणे यूनिवर्सिटी से इंजीनियरिंग करने के बाद नायडू ने 2016 में कॉर्नेल यूनिवर्सिटी से एमबीए किया।

उनका एक वीडियो वायरल हुआ जिसमें वह रतन टाटा के जन्मदिन पर सॉन्ग गा रहे हैं। ऑटोमोबाइल डिजाइन इंजीनियर नायडू ने 2014 में आवारा कुत्तों को तेज रफ्तार कारों से बचाने के लिए एक सिस्टम विकसित किया था। रतन टाटा को आवारा कुत्तों की फिक्र रहती थी और उन्होंने टाटा के मुख्यालय बॉम्बे हाउस में उनके लिए एक आश्रय बनाया था। नायडू का काम टाटा को भा गया।

नायडू ने 2018 में रतन टाटा के असिस्टेंट के तौर पर काम करना शुरू किया। रतन टाटा के साथ करीबी से वह सुर्खियों में आए। अपनी किताब I Came Upon a Lighthouse में उन्होंने रतन टाटा के साथ अपनी दोस्ती के बारे में लिखा है। रतन टाटा का पिछले साल नौ अक्टूबर को निधन हो गया था।

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