रघुराम राजन बोले, नौकरियों की कमी से मिडिल क्लास को हो रहा घाटा
मुंबई- आरबीआई के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन ने देश में मांग खपत पैटर्न पर चिंता जताई है। वह मिडिल क्लास को लेकर चिंतित हैं क्योंकि देश में नौकरियों की कमी के कारण उसे नुकसान हो रहा है। यह समस्या कुछ हद तक अब भी बनी हुई है।
राजन ने कहा, मैं इस बात को लेकर चिंतित था कि मांग खपत मजबूती के साथ नहीं बढ़ रही थी। केवल अपर एंड में यह ठीकठाक कर रही थी। नौकरियों की कमी के कारण लोअर मिडिल क्लास को नुकसान हो रहा था। कुछ हद तक, समस्या अब भी वही है। जुलाई-सितंबर तिमाही में निजी अंतिम उपभोग खर्च घटकर 6% रह गया।
राजन ने कहा, ‘हम समायोजन के अंत पर आ गए हैं और हम विकास के एक स्थिर स्तर की ओर बढ़ रहे हैं, जो 6% की सीमा में है। यह कोई नई बात नहीं है। यह चिंताजनक है क्योंकि 6% हमारे लिए पर्याप्त नहीं है। हमें और अधिक की आवश्यकता है। हमें पॉपुलेशन डिविडेंड का रिजल्ट मिलना चाहिए। निजी क्षेत्र को पिक करने की जरूरत है। यह काम हमेशा सरकार नहीं कर सकती है।’
पिछली पांच तिमाहियों से शहरी मांग में गिरावट आ रही है। मध्यम और निम्न आय वाले परिवार कम खर्च कर रहे हैं। ज्यादा खाद्य महंगाई खासकर शहरों में साबुन और शैंपू से लेकर कारों और दोपहिया वाहनों तक की मांग को कम कर रही है।