विल्मर से बाहर निकलेगा अदाणी समूह, 17,000 करोड़ रुपये में बेचेगा हिस्सा

मुंबई- अदाणी समूह अदाणी विल्मर से बाहर निकलेगा। अमेरिकी रिश्वतखोरी अभियोग के बाद पहले बड़े सौदे में समूह ने संयुक्त उपक्रम में अपनी पूरी हिस्सेदारी सिंगापुर के साझेदार को 17,000 करोड़ रुपये में बेचेगा। लेनदेन 31 मार्च, 2025 से पहले पूरा होने की उम्मीद है। दोनों साझेदारों के पास वर्तमान में अदाणी विल्मर की संयुक्त 87.87 प्रतिशत हिस्सेदारी है। संयुक्त उपक्रम फॉर्च्यून ब्रांड के खाना पकाने के तेल, गेहूं का आटा और अन्य खाद्य उत्पादों की निर्माता है।

समूह ने सोमवार को शेयर बाजारों को बताया, अदाणी एंटरप्राइजेज के पास अदाणी विल्मर में 43.94 प्रतिशत हिस्सा है। यह विल्मर इंटरनेशनल को 31.06 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचेगी, जिसका वर्तमान शेयर भाव के आधार पर कुल मूल्य 12,314 करोड़ रुपये होगा। सेबी के न्यूनतम सार्वजनिक शेयरधारिता नियम को पूरा करने के लिए लगभग 13 प्रतिशत हिस्सा खुले बाजार में बेचा जाएगा।

समूह ने कहा, अदाणी एंटरप्राइजेज अदाणी विल्मर से पूरी तरह बाहर निकल जाएगी। अदाणी के नामित निदेशक अदाणी विल्मर के बोर्ड से हट जाएंगे। हिस्सेदारी बिक्री से प्राप्त रकम का उपयोग मुख्य बुनियादी ढांचा व्यवसायों में अदाणी एंटरप्राइजेज की वृद्धि को गति देने के लिए किया जाएगा। 1999 में स्थापित अदाणी विल्मर फॉर्च्यून ब्रांड के 10 राज्यों में 23 प्लांट हैं। प्रारंभिक शेयर बिक्री के जरिये 3,600 करोड़ रुपये जुटाने के बाद फरवरी, 2022 में अदाणी विल्मर स्टॉक एक्सचेंजों पर सूचीबद्ध हुई थी।

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