अब सोने के बदले अनाज की हो रही तस्करी, बांग्लादेश सीमा पर पकड़ा भंडार

मुंबई- भारत-बांग्लादेश सीमा पर सोने के बदले अनाज की तस्करी बड़े पैमाने पर हो रही है। भारत में खाने-पीने की चीजों की कीमतों पर लगाम लगाने के लिए निर्यात प्रतिबंधों के बाद से यह धंधा और बढ़ गया है। इससे दोनों देशों को अरबों डॉलर का नुकसान हो रहा है।

तस्कर भारत में सोना भेजते हैं और बदले में चीनी, अनाज, प्याज जैसी चीजें बांग्‍लादेश ले जाते हैं। बीएसएफ इस तस्करी को रोकने की कोशिश कर रही है। लेकिन, पूरी तरह से सफल नहीं हो पाई है। भारत में सोने पर आयात शुल्क कम करने के बाद भी यह धंधा जारी है।

भारत और बांग्लादेश के बीच सीमा चौकियों पर तैनात सुरक्षाकर्मी सोने, ड्रग्स और खाने-पीने की चीजों की तस्करी रोकने के लिए गाड़ियों की जांच और लोगों की तलाशी लेते हैं। शिलांग में बीएसएफ के एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि अगस्त में उन्होंने कुछ तस्करों को पकड़ा था जो रेत के नीचे चीनी छिपाकर ले जा रहे थे। उन्होंने कहा, ‘अगस्त में हमने कुछ तस्करों को पकड़ा जो अपनी गाड़ी में रेत के नीचे चीनी छिपाकर ले जा रहे थे।’

इसके बावजूद 2022 के मध्य से सोने के बदले खाने-पीने की चीजों की तस्करी बढ़ गई है। भारत की ओर से खाने-पीने की चीजों के निर्यात पर रोक लगाने के बाद बांग्लादेश में इनकी कीमतें बहुत बढ़ गई हैं। इस अंतर का फायदा तस्कर उठा रहे हैं। इससे भारत सरकार को करोड़ों डॉलर का नुकसान हो रहा है। साथ ही, बांग्लादेश के स्थानीय किसानों को भी नुकसान पहुंच रहा है।

बांग्लादेश में खाने-पीने की चीजों की ऊंची कीमतें हैं। बांग्लादेश परंपरागत रूप से भारत से इन चीजों का आयात करता रहा है। तस्कर सोना बेचकर मुनाफा कमाने के बजाय बांग्‍लादेश में इसके बदले चीनी, गेहूं और प्याज जैसी चीजें भेजते हैं। एक बीएसएफ अधिकारी ने बताया कि तस्करी का सामान छिपाकर ले जाया जाता है। उन्होंने पश्चिम बंगाल में अक्टूबर में पकड़े गए एक तस्कर का उदाहरण दिया। उसकी मोटरसाइकिल के एयर फिल्टर में 4.7 किलो सोना छिपाया हुआ था। इसकी कीमत लगभग 3.5 करोड़ रुपये थी।

अधिकारी ने बताया, उसे भारत में 18 सोने के बिस्कुट लाने के लिए सिर्फ 10,000 रुपये दिए गए थे। ये बिस्कुट बांग्लादेश में पहले ही तस्करी करके भेजी जा चुकी खाने-पीने की चीजों के भुगतान के लिए थे। अधिकारी ने बताया कि भारत-बांग्लादेश सीमा पर बीएसएफ की नीति घातक हथियारों का इस्तेमाल न करने की है। पाकिस्तान सीमा पर ऐसा नहीं है। वहां जवान हथियार लेकर तैनात रहते हैं।

बांग्लादेश को अनाज के सबसे बड़े सप्‍लायर भारत ने 2022 में गेहूं, चीनी, चावल, प्याज और दालों के निर्यात पर रोक लगा दी थी। इसका मकसद देश में खाद्य पदार्थों की महंगाई को कम करना था। लेकिन, उसके बाद से सोने की कीमतों में 50% से ज्यादा की बढ़ोतरी हुई। इससे तस्करों को फायदा हुआ है। बांग्लादेश में खाद्य पदार्थों की कीमतें भारत के मुकाबले 150% तक ज्यादा हो गई हैं।

कोलकाता के एक अनाज व्यापारी ने बताया कि खाद्य पदार्थों के निर्यात पर रोक लगाने के बाद सोने के बदले अनाज का व्यापार बढ़ गया है। हर साल 20 लाख टन से ज्यादा अनाज सोने के बदले बांग्लादेश तस्करी कर भेजा जाता है। वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल (WGC) के अनुसार, पिछले साल भारत में लगभग 156 टन सोना अवैध रूप से आयात किया गया था। इसकी कीमत लगभग 9 अरब डॉलर थी।

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