शीर्ष-8 शहरों में मकानों के भाव सितंबर तिमाही में 11 फीसदी बढ़े, दिल्ली में सबसे तेज
मुंबई- मजबूत मांग के कारण देश के शीर्ष-8 शहरों में सितंबर तिमाही में मकानों की कीमतें सालाना आधार पर 11 फीसदी बढ़ गई हैं। दिल्ली-एनसीआर में सबसे अधिक 32 फीसदी की तेजी आई है। क्रेडाई, कोलियर्स और लियासेस फोरास की एक संयुक्त रिपोर्ट के अनुसार, 2021 के बाद से आवास की औसत कीमतें लगातार 15वीं तिमाही में बढ़ी हैं।
रिपोर्ट के अनुसार, मजबूत मांग और बाजार की सकारात्मक भावनाओं के कारण दूसरी तिमाही में मकानों की औसत कीमत बढ़कर 11,000 रुपये प्रति वर्ग फुट हो गई है। दिल्ली-एनसीआर में कीमतें 32 प्रतिशत बढ़कर 11,438 रुपये प्रति वर्ग फुट हो गई। पिछले साल समान अवधि में 8,655 रुपये प्रति वर्ग फुट थी। चेन्नई में सबसे कम दो फीसदी की बढ़त हुई है। यहां औसत दर 7,712 रुपये प्रति वर्ग फुट रही है।
बंगलूरू में मकानों के भाव 24 प्रतिशत बढ़कर 11,743 रुपये प्रति वर्ग फुट हो गए हैं। अहमदाबाद में 16 प्रतिशत बढ़कर 7,640 रुपये वर्ग फुट पर पहुंच गया है। पुणे में 10 प्रतिशत की वृद्धि के साथ कीमतें 9,890 रुपये और मुंबई मेट्रोपॉलिटन रीजन (एमएमआर) में चार प्रतिशत की तेजी के साथ यह 20,438 रुपये प्रति वर्ग फुट हो गई है। हैदराबाद में तीन फीसदी की वृद्धि हुई है और यह 11,351 रुपये रही है। कोलकाता में भी औसत दर तीन फीसदी बढ़कर 7,616 रुपये प्रति वर्ग फुट रही है।
जानकारों का कहना है कि इस समय सभी प्रमुख बाजारों में और विशेष रूप से दिल्ली-एनसीआर में घर खरीदने की भावनाएं सकारात्मक हैं। मौजूदा त्योहारी तिमाही में बिक्री में और बढ़ोतरी हो सकती है। दिल्ली-एनसीआर में 32 प्रतिशत की वृद्धि विशेष रूप से गुरुग्राम और नोएडा जैसे बाजारों में मजबूत मांग के कारण आई है।
वैकल्पिक निवेश कोष (एआईएफ) द्वारा भारतीय रियल एस्टेट में कुल निवेश 75,500 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है। एआईएफ का सभी क्षेत्र की तुलना में यह सबसे अधिक निवेश है। सेबी के आंकड़ों के अनुसार, पहली छमाही में एआईएफ के कुल 4.49 लाख करोड़ रुपये में से रियल एस्टेट में 17 फीसदी निवेश आया है। पिछले साल यह 68,540 करोड़ रुपये रहा था।