9 फीसदी दर से बढ़ेगा उत्तर भारत का एमएसएमई उद्योग, यूपी में 96 लाख कंपनियां
मुंबई- उत्तर भारत के सूक्ष्म, छोटे और मझोले यानी एमएसएमई उद्योग 2030 तक 9 फीसदी की दर से वृद्धि हासिल कर सकते हैं। खासकर उत्तर प्रदेश की 96 लाख ऐसी इकाइयां इस क्षेत्र को बढ़ाने में प्रमुख भूमिका निभा सकती हैं।
यस बैंक के कार्यकारी निदेशक राजन पेंटल के मुताबिक, उत्तर प्रदेश, दिल्ली-एनसीआर, पंजाब और हरियाणा जैसे राज्य देश की 5 लाख करोड़ डॉलर की अर्थव्यवस्था के लक्ष्य को हासिल करने में महत्वपूर्ण योगदान कर रहे हैं।
उनके मुताबिक, एमएसएमई को दिए गए कर्ज में सालाना आधार पर यस बैंक की 25.8 प्रतिशत वृद्धि रही है। इसमें से 36 फीसदी हिस्सा उत्तर भारत से आया है। बैंक के कुल कर्ज में खुदरा और एसएमई का 59 फीसदी हिस्सा है। सितंबर 2024 में कम लागत वाली जमाराशियों का हिस्सा बढ़कर 32 फीसदी हो गया है।